आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की टीम से खेलने वाले युवा लेग स्पिनर सुयश शर्मा इन दिनों न सिर्फ अपने खेल बल्कि अपनी हिम्मत को लेकर भी चर्चा में हैं. 21 वर्षीय सुयश ने हाल ही में खुलासा किया कि वह पिछले दो साल से गंभीर हर्निया की समस्या से जूझ रहे थे और कभी-कभी दर्द में भी इंजेक्शन लेकर खेलते थे. RCB की मदद से उन्होंने लंदन में अपनी सर्जरी करवाई और अब पूरी तरह से फिट होकर मैदान पर लौट चुके हैं.
हर्निया तब होता है जब पेट की मसल्स में कमजोरी के कारण कोई आंत या ऊतक अपनी नॉर्मल जगह से बाहर आ जाता है. यह आमतौर पर पेट, नाभि या ग्रोइन (जांघ और पेट के जोड़) में होता है. शुरुआती चरण में हल्का उभार या दर्द महसूस होता है, लेकिन समय पर इलाज न हो तो यह खतरनाक साबित हो सकता है.
सुयश शर्मा का संघर्षसुयश ने RCB की ‘बोल्ड डायरीज’ में बताया कि उन्हें एक नहीं, तीन-तीन हर्निया थे. पिछले दो साल से दर्द में खेलता था. इंजेक्शन लेता था, लेकिन हमें समझ ही नहीं आ रहा था कि भारत में क्या समस्या है. फिर RCB ने मुझे लंदन भेजा, जहां मेरी सर्जरी हुई और मैं पूरी तरह फिट हो पाया,” उन्होंने कहा.
हर्निया के लक्षणपेट या ग्रोइन में उभारखांसते समय या उठते-बैठते समय दर्दमरोड़ या भारीपन महसूस होनाबार-बार कब्ज या पाचन समस्याएं
उपचार और सावधानियांशुरुआती चरण में हर्निया को बेल्ट या जीवनशैली में बदलाव से नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन गंभीर मामलों में सर्जरी ही एकमात्र समाधान होती है. देर करने पर यह आंतों को नुकसान पहुंचा सकता है या संक्रमण का कारण बन सकता है.
खिलाड़ियों में क्यों होता है ज्यादा खतरा?खिलाड़ियों को भारी वर्कआउट, झटके और अचानक मूवमेंट्स की वजह से हर्निया का ज्यादा खतरा होता है. इसलिए शरीर में हल्के दर्द या असुविधा को नजरअंदाज न करें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.