भले ही भारत को लॉर्ड्स में 22 रन से करीबी हार झेलनी पड़ी, लेकिन दिग्गज ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने मुकाबले में इतिहास रचते हुए एक ऐसा कीर्तिमान बनाया, जो इससे पहले कभी कोई भारतीय नहीं कर पाया. दूसरी पारी में 61 रन बनाकर नाबाद रहे जडेजा ने अंत तक भारत की जीत की उम्मीदें कायम रखीं. वह टीम को जीत के बेहद करीब भी ले जा चुके थे, लेकिन साथ न मिलने की वजह से भारत को हार मिली. जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने जडेजा का बखूबी साथ निभाया, लेकिन मैच जिताने के लिए काफी नहीं था.
ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने जडेजा
जडेजा ने लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में भी अर्धशतक जड़ा था और भारत को इंग्लैंड के बनाए 387 रन का जवाब में बराबर का स्कोर बनाने में अहम भूमिका निभाई. इसके बाद जडेजा ने दूसरी पारी में भी फिफ्टी ठोकी. इसी के साथ जडेजा लॉर्ड्स में टेस्ट मैच की दोनों पारियों में नंबर-6 या इससे नीचे बैटिंग करते हुए अर्धशतक बनाने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं. लॉर्ड्स में ऐसा करने वाले जडेजा 5वें मेहमान क्रिकेटर भी हैं.
लॉर्ड्स टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने वाले मेहमान क्रिकेटर (नंबर-6 या उससे नीचे बैटिंग)
विक पोलार्ड (न्यूजीलैंड) – 1965 (55,55)दुलीप मेंडिस (श्रीलंका) – 1984 (111,94)जेफ दुजोन (वेस्टइंडीज) – 1988 (53,52)गस लोगी (वेस्टइंडीज) – 1988 (81,95)रवींद्र जडेजा (भारत) – 2025 (72,61*)
लॉर्ड्स में ऐसा करने वाले बने दूसरे भारतीय
लॉर्ड्स में टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 50+ स्कोर बनाने वाले जडेजा सिर्फ दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने हैं. उनसे पहले यह कारनामा 73 साल पहले 1952 में पूर्व भारतीय कप्तान वीनू मांकड़ ने किया था. उन्होंने पहली पारी में 72 रन और दूसरी पारी में 184 रन की पारी खेली थी.
ये उपलब्धि भी की नाम
जडेजा ने लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने 7000 रन भी पूरे किए. इसके साथ ही वह इंटरनेशनल क्रिकेट में 7000+ रन और 600+ विकेटों का डबल हासिल करने वाले दुनिया के सिर्फ चौथे खिलाड़ी बन गए हैं. भारतीयों के मामले में कपिल देव के बाद दूसरे हैं. शाकिब अल हसन, कपिल देव और शॉन पोलॉक यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं.
7000 रन और 600 विकेट लेने वाले खिलाड़ी
शाकिब अल हसन – 14730 रन, 712 विकेटकपिल देव – 9031 रन, 687 विकेटशॉन पोलॉक – 7386 रन, 829 विकेटरवींद्र जडेजा – 7018 रन, 611 विकेट