यदि आप रात में अचानक तेज जलन और दर्द के कारण जाग उठते हैं, तो यह शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने का संकेत हो सकता है. ध्यान रखें ये दर्द किसी और जगह नहीं बल्कि आपके पैर के अंगूठे में होता है. हाई यूरिक एसिड के कारण अंगूठा गर्म, सूजा हुआ और इतना दर्दनाक हो सकता है, जैसे किसी ने हथौड़े से मारा हो.
अगर आपने भी यह दर्द महसूस किया है या करते हैं तो इसे नजरअंदाज करने की बिल्कुल भी गलती न करें. अक्सर इस तरह का दर्द लाइलाज बीमारी गठिया या अर्थराइटिस का शुरुआती लक्षण होता है, जो यूरिक एसिड के बढ़ने से जोड़ों में क्रिस्टल जमा होने से होता है. यह दर्द अक्सर रात को ही क्यों आता है? इसके पीछे विज्ञान भी है. जिसे आप यहां डिटेल में समझ सकते हैं.
इसे भी पढ़ें- रोज सो रहे 8 घंटे, लेकिन नींद नहीं हो रही पूरी, इन 5 संकेतों को नजरअंदाज करना मुश्किल में डाल देगा
रात में ही क्यों आता है ये दर्द?
जब हम सोते हैं तो शरीर का तापमान थोड़ा गिर जाता है और ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है. इससे यूरिक एसिड क्रिस्टल ठंडी जगहों जैसे पैर के अंगूठे या उंगलियों में आसानी से जमने लगते हैं. साथ ही रात भर पानी न पीने से शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है, जिससे यूरिक एसिड और गाढ़ा हो जाता है. ये कंडीशन गठिया का परफेक्ट स्टॉर्म बनाती है.
कितना आम है ये रात का अटैक?
एक स्टडी के अनुसार, रात और सुबह के समय गठिया के अटैक का खतरा 2.4 गुना ज्यादा होता है. इतना ही नहीं मेयो क्लिनिक की रिपोर्ट भी बताती है कि गठिया का अटैक अक्सर आधी रात के बाद ही शुरू होता है.
यूरिक एसिड कैसे बनता है?
यूरिक एसिड शरीर में प्यूरिन नामक पदार्थ को तोड़ने से बनता है, जो रेड मीट, सीफूड, बीयर, सॉफ्ट ड्रिंक और कुछ सब्जियों (पालक, मशरूम) में पाया जाता है. जब यूरिक एसिड ज्यादा हो जाता है या किडनी उसे ठीक से बाहर नहीं निकालती, तो वह जोड़ों में जमने लगता है.
अनदेखी करना पड़ सकता है भारी
अगर बार-बार इस तरह का दर्द होता है और आप इसे मामूली समझकर छोड़ देते हैं, तो यह बाद में क्रॉनिक गठिया, जोड़ों की खराबी, किडनी स्टोन, और गंभीर किडनी रोग का कारण बन सकता है.
क्या इससे बचा जा सकता है?
यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने के लिए दिनभर पानी पिएं, खासकर सोने से पहले, रात के खाने में प्यूरिन युक्त चीजें कम खाएं, शराब और मीठे पेय से बचें, वेट कंट्रोल करें.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.