लखनऊ. यूपी की राजनीति में खेला करने वाले ओमप्रकाश राजभर अभी तक तय नहीं कर पाये हैं कि राष्ट्रपति के चुनाव में उनके 6 विधायक किसको वोट देंगे. गाजीपुर के जहूराबाद से विधायक ओपी राजभर ने ऐलान किया था कि 12 जुलाई को वो इसका खुलासा करेंगे. इसके लिए बलिया के रसड़ा में विधायकों की मीटिंग भी बुलायी गयी थी लेकिन मीटिंग नहीं हुई. अब फिर से 15 जुलाई को लखनऊ में मीटिंग बुलाई गयी है.
न्यूज़ 18 से बातचीत में ओपी राजभर ने कहा कि 15 जुलाई को इसका फैसला हो जायेगा. हम कोशिश कर रहे हैं कि समाजवादी पार्टी से भी इस बारे में बात हो जाये. सपा के एक पूर्व विधायक से बात हुई थी लेकिन, मुलायम सिंह की पत्नी के निधन के कारण अखिलेश यादव से बात नहीं हो पायी. उस पूर्व विधायक ने दो-तीन बाद बात कराने का आश्वासन दिया है. असल में, राजभर के अलग राह पकड़ने के कयास उस दिन से लगने लगे थे, जब राजभर और शिवपाल यादव सीएम योगी द्वारा द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में दिये डिनर में दिखाई दिये थे.
राजभर अपना सकते हैं सपा से अलग राहअब सवाल ये उठता है कि जब ओपी राजभर अखिलेश यादव की राजनीतिक को लेकर इतने हमलावर हैं तो फिर अपना स्टैंड साफ करने में इतनी देर भी क्यों लगा रहे हैं. इस बारे में सपा के नेताओं का मानना है कि सार्वजनिक निंदा करके आप गठबंधन धर्म का पालन कैसे कर रहे हैं. सपा नेताओं का ये भी मानना है कि ओपी राजभर लगातार अखिलेश यादव के लिए व्यक्तिगत टिप्पणी कर रहे हैं.
15 जुलाई की मीटिंग में होगा तयवहीं सपा के वरिष्ठ नेता उदयवीर सिंह ने बताया कि ओपी राजभर ने अभी तक अखिलेश यादव से या पार्टी से मिलने के लिए कोई समय नहीं मांगा है और ना कोई समय तय हुआ है. बता दें कि ओपी राजभर ने ऐलान किया था कि वे 12 जुलाई को तय कर लेंगे कि राष्ट्रपति चुनाव में किसे वोट देना है. अब इस तारीख को बढ़ाकर उन्होंने 15 जुलाई कर दी है. ओपी राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के यूपी विधानसभा में 6 विधायक हैं.
अखिलेश यादव ने यशवंत सिन्हा को समर्थन की बात कही हैवैसे तो भाजपा को अपना उम्मीद्वार जीताने के लिए इतने विधायकों की कोई खास दरकार नहीं है लेकिन, राष्ट्रपति चुनाव तक यूपी की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत दिख सकते हैं. भाजपा ने द्रौपदी मुर्मु को अपना उम्मीद्वार बनाया है जबकि अखिलेश यादव ने यशवंत सिन्हा को समर्थन की बात कही है. ओपी राजभर और अखिलेश यादव ने साथ मिलकर यूपी विधानसभा 2022 का चुनाव लड़ा था. इसमें कई और पार्टियां भी शामिल थीं लेकिन, ओपी राजभर और शिवपाल यादव के राजनीतिक पैंतरे पर सबकी निगाहें हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Akhilesh yadav, OP Rajbhar, Presidential election 2022, UP newsFIRST PUBLISHED : July 12, 2022, 21:00 IST
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Centre planning ‘360 degree assault’ on organised crime networks, says Amit Shah; launches updated NIA databases
Noting that the landscape of terrorism in the world has been changing due to the use of technology,…

