अयोध्या में डूबते सूरज की सुनहरी किरणें राम मंदिर के भव्य शिखर को छू रही हैं। जिसकी तस्वीरें मंदिर ट्रस्ट की ओर से जारी की गई हैं। जिन्हें देखकर ऐसा लग रहा है मानो भगवान सूर्य खुद मंदिर का अभिषेक कर रहे हों। यह दृश्य न केवल मनमोहक है, बल्कि भक्तों के दिलों में श्रद्धा और गौरव की भावना जगा रहा है।
राम नगरी अयोध्या से एक अद्भुत और भावनात्मक दृश्य सामने आया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर परिसर की एक दुर्लभ तस्वीर जारी की है। इस तस्वीर में डूबते सूरज की सुनहरी किरणें भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के शिखर को आलोकित कर रही हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे स्वयं भगवान सूर्य प्रभु श्रीराम के दिव्य मंदिर का अभिषेक कर रहे हों।
ट्रस्ट द्वारा जारी यह फोटो मंदिर निर्माण की पूर्णता और उसकी भव्यता का प्रतीक बन गया है। सूर्यास्त की लालिमा में नहाया हुआ यह मंदिर भक्तों के हृदय में श्रद्धा और गौरव का भाव जगा रहा है। मंदिर की वास्तु कला, शिखर की ऊंचाई और उसके पीछे डूबता सूर्य मानो यह संदेश दे रहा है कि अब प्रभु श्रीराम का युग पुनः प्रकाशमान हो रहा है।
गौरतलब है कि राम मंदिर निर्माण अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। इसी क्रम में 25 नवंबर को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस दिन मुख्य मंदिर सहित सभी सप्त मंदिरों पर ध्वजारोहण किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक अवसर पर स्वयं ध्वज फहराएंगे और संपूर्ण विश्व को अयोध्या से मंदिर की पूर्णता का संदेश देंगे।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक एकता और राष्ट्र की आस्था का प्रतीक भी बनेगा। सूर्य की दिव्य किरणों से आलोकित यह दृश्य आने वाले युगों तक श्रद्धा और समर्पण की मिसाल के रूप में याद किया जाएगा।
मंदिर परिसर में रामायण कालीन सभी प्रमुख पात्रों के मठ-मंदिरों का निर्माण भी पूरा कर लिया गया है। इनमें महर्षि वाल्मीकि, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, माता शबरी, माता अन्नपूर्णा, भगवान शंकर और लक्ष्मण जी के मंदिर विशेष रूप से शामिल हैं। अयोध्या का यह दिव्य परिसर अब केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता, श्रद्धा और संकल्प का जीवंत प्रतीक बन चुका है।
राम मंदिर की नई तस्वीर ने इस गौरवशाली अध्याय में एक और स्वर्णिम पल जोड़ दिया है।

