Health

Pushpa Movie Villain Malayali Superstar Fahad Faasil Diagnosed with ADHD At 41 Age Know Its Symptoms | ‘पुष्पा’ मूवी के विलेन को 41 साल चला था ADHD बीमारी का पता, जानिए क्या हैं इसके लक्षण



When Fahadh Faasil Diagnosed With ADHD: आपने अल्लू अर्जुन की मूवी पुष्पा जरूर देखी होगी जिसमें विलेन के दमदार रोल में फहाद फासिल नजर आए थे. फिलहाल वो 42 के हैं लेकिन तकरीबन एक साल पहले अपनी जिंदगी का एक बड़ा सीक्रेट बताया था. उन्होंने फैंस को जानकारी दी कि उन्हें ADHD बीमारी डायग्नोस हुई थी. 

बीमारी का करियर पर असर
पुष्पा के अलावा ‘विक्रम’, ‘मालिक’, ‘जोजी’, और ‘आवेशन’ में अपनी शानदार रोल के लिए जाने जाने वाले फहद ने बताया कि ADHD ने उनकी जिंदगी के कई पहलुओं को अफेक्ट किया, जिसमें उनका बेहतरीन फिल्मी करियर भी शामिल है. इस सच के सामने आने ने फिल्म इंडस्ट्री और उनके फैंस के बीच एक बातचीत शुरू हो गई थी. काफी लोगों को ये सुनकर अच्छा लगा था कि उनके कद का एक स्टार ADHD पर स्पॉटलाइट डाल रहा है।
ADHD क्या है?
एडीएचडी को ‘अटेंशन-डेफिसिट/हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर’ (Attention-deficit/hyperactivity disorder) भी कहते हैं, जो बच्चों और एडल्ट्स दोनों में फोकस, इम्पल्सिविची और बिहेवियर को अफेक्ट करता है.
देर से हुआ डायग्नोसिसमलयाली एक्टर फहाद फासिल को 41 साल की उम्र में एडीएचडी डायग्नोज हुआ जा. इससे बता चलता है कि कई बार बचपन में इस बीमारी का पता नहीं चलता है, लेकिन फ्यूचर में ये आपकी पर्सनल और प्रोफेक्शनल लाइफ को अफेक्ट कर सकता है. 
एडीएचडी के लक्षणज्यादातर एक्सपर्ट्स का कहना है कि  ADHD का पता अगर कम उम्र में या जल्दी चल जाए तो इसे मैनेज करना आसान हो जाता है, हालांकि आप किसी भी उम्र में इसका ट्रीटमेंट करा सकते हैं, जिससे मरीजों को उम्मीद मिलती है. आइए जानते हैं कि इस बीमारी के अहम लक्षण कौन-कौन से हैं.
 
बच्चों में ADHD के लक्षण
1. बार-बार ध्यान भटकना2. लंबे समय तक किसी काम पर फोकस नहीं कर पाना3. बहुत ज्यादा चंचल और हाइपरऐक्टिव होना4. बिना वजह दौड़ना या चढ़ना5. लाइन में लगने या अपनी बारी का इंतजार करने में परेशानी6. लगातार बात करना या दूसरों की बात काटना7. स्कूल में पढ़ाई करने में दिक्कत8. बार-बार चीजें खो देना (जैसे पेंसिल, इरेजर, किताबें)9. रूल को फॉलो करने में दिक्कत10. जोखिम भरे काम करने की आदत (बिना सोचे-समझे)

एडल्ट्स में ADHD के लक्षण1. बार-बार ध्यान भटकना या भुलक्कड़पन2. टाइम मैनेज करने में दिक्कत3. काम को टालते रहना (Procrastination)4. चिड़चिड़ापन या मूड जल्दी बदलना5. एक जगह टिक कर काम न कर पाना6. किसी बात पर ज्यादा रिएक्ट करना7. रिलेशनशिप और जॉब में अस्थिरता8. चीजों को ऑर्गेनाइज करने में दिक्कत9. हद से ज्यादा बात करना या दूसरों की बात काटना10. सेल्फ कॉनफिडेंस की कमी और बेचैनी महसूस होना
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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