पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यकाल के दौरान हुए भारी बाढ़ से प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए प्रदेश सरकार ने कई कदम उठाए हैं। प्रदेश के कृषि मंत्री ओमप्रकाश सिसोदिया ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जमीन की साफ-सफाई के साथ-साथ किसानों को रेत की बिक्री से भी आय होगी।
सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने बाढ़ प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए दिन-रात काम किया है। उन्होंने कहा कि सभी मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता मैदान में हैं और लोगों को सहायता प्रदान कर रहे हैं। सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने कई जिलों और गांवों का दौरा किया है और किसानों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सिसोदिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से बात की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस आर्थिक सहायता का एलान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पंजाब को केंद्र से लगभग 60,000 करोड़ रुपये की देनदारी है, जिसमें 58,000 करोड़ रुपये का जीएसटी शामिल है। उन्होंने कहा कि यदि यह राशि पहले ही जारी की जाती, तो राहत और पुनर्वास कार्य अधिक तेजी से आगे बढ़ सकते थे। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वह अपनी आगामी यात्रा से पहले पंजाब के देनदारी को जारी करें।
पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुदियान ने कहा कि 14 जिलों में 504 बकरी, 73 भेड़-बकरी और 160 सूअर मारे गए हैं। इन जिलों में पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, फरीदकोट, फाजिल्का, कपूरथला, बरनाला, बठिंडा, होशियारपुर, तरन तारन, पटियाला, जलंधर, रोपड़ और मोगा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गुरदासपुर, रोपड़ और फाजिल्का में 18,304 पोल्ट्री बिरादरों की मौत हो गई है, जो पोल्ट्री शेड के ढहने के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि लगभग 2.52 लाख पशु और 5,88,685 पोल्ट्री बिरादर प्रभावित हुए हैं।
खुदियान ने कहा कि 481 टीमें प्रभावित पशुओं के उपचार और दवाओं की व्यवस्था के लिए तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 22,534 पशुओं का उपचार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि विभाग ने प्रभावित जिलों में सामाजिक संगठनों और जिला प्रशासन के सहयोग से 12,170 क्विंटल खाद्य और 5,090.35 क्विंटल हरे चारे और सूखे चारे और सिलेज का वितरण किया है। उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए उरोमिन लिक्स का वितरण किया जा रहा है ताकि उनके प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके।