महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वाड (एटीएस) ने पुणे के कोंधवा क्षेत्र से एक 33 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर, जुबैर हंगरेजकर को गिरफ्तार किया है। उनके पाकिस्तानी अल-कायदा से जुड़ेवाले संबंधों और युवाओं को कट्टर बनाने में उनकी भूमिका के आरोप लगाए गए हैं।
एटीएस अधिकारियों के अनुसार, जुबैर हंगरेजकर को लगभग एक महीने से अधिक समय से सुराग लगाया जा रहा था, जिसे सोमवार की सुबह हिरासत में लिया गया और विशेष यूएपीए कोर्ट में पेश किया गया, जिसने उन्हें 4 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। हंगरेजकर के खिलाफ अनुचित गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
हंगरेजकर एक बी टेक ग्रेड्यूएट, सॉफ्टवेयर टेस्टर और डेटाबेस डेवलपर हैं, जो एक काल्यानिनगर स्थित आईटी कंपनी में काम करते हैं और सोलापुर से ताल्लुक रखते हैं। वे अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ पुणे में रहते हैं। एटीएस टीमों ने उन्हें चेन्नई से लौटते समय पुणे रेलवे स्टेशन पर ट्रैक किया और उनके साथियों को भी हिरासत में लिया। वे चेन्नई में एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे।
एटीएस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तारी एक चल रही जांच से जुड़ी है, जो 9 अक्टूबर को पुणे में कई स्थानों पर किए गए छापे से शुरू हुई थी, जिसमें 19 लैपटॉप और 40 स्मार्टफोन को फोरेंसिक विश्लेषण के लिए जब्त किया गया था। छापे में कट्टर व्यक्तियों के एक व्यापक आतंकवादी नेटवर्क के अस्तित्व का संकेत मिला था।
एटीएस ने कहा है कि हंगरेजकर की गतिविधियों की जांच जारी है और जब डिजिटल सबूतों का विश्लेषण किया जाएगा, तो और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

