उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बीती रात जमकर हंगामा काटा और पुलिस पर पथराव कर दिया। अब शहरभर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है।
जिले में ‘आई लव मोहम्मद’ मामले को लेकर चल रहे तनाव के बीच प्रतिबंध के बावजूद जुलूस निकाले जाने का मामला गरमा गया है। जुलूस के दौरान लगाए गए विवादित नारों ने माहौल को और भड़काने का काम किया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को हिरासत में लिया है। मामले में एडिशनल एसपी (ASP) अखिलेश सिंह ने बयान जारी कर कहा कि जनपद में धारा 144 लागू होने के बावजूद जुलूस निकाला जा रहा था, जो साफतौर पर कानून का उल्लंघन है।
उन्नाव में मुस्लिम समुदाय ने किया पुलिस पर पथराव
कानपुर में लिखी गई एक एफआईआर दंगे में बदल जाएगी, यह शायद ही किसी ने सोचा हो। कानपुर से शुरू हुई कहानी उन्नाव में चर्चा बन गई। दरअसल, हाल ही में ‘आई लव मोहम्मद’ मामले में एक एफआईआर दर्ज हुई थी कानपुर में। जिसके विरोध में उन्नाव जिले में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। उन्नाव शहर और गंगाघाट नगर पालिका क्षेत्र में 24 घंटे के भीतर जुलूस निकाले गए, जिनमें भड़काऊ और विवादित नारेबाजी की गई। खासकर ‘सर तन से जुदा’ जैसे कट्टरपंथी नारों ने स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया।
जब पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में लेने की कार्रवाई की, तो भीड़ उग्र हो गई और पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। इस पथराव में कई लोगों को चोटें आईं। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और भीड़ को तितर-बितर किया गया। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में फैले इस तनाव के चलते मौके पर कई थानों की फोर्स तैनात करनी पड़ी है, और इलाके में भारी पुलिस बल की मौजूदगी बनी हुई है।
अब उन्नाव में पुलिस की कार्रवाई के बाद हालात कुछ संभलने लगे हैं। पुलिस ने जिन 6 लोगों को हिरासत में लिया है, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने जुलूस निकालने और विवादित नारेबाजी करने के मामले में कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए हर संभव कोशिश की है, और अब शहरभर में शांति बहाल हो गई है।
उन्नाव हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई के बाद अब शहरभर में शांति बहाल हो गई है। पुलिस ने जिन 6 लोगों को हिरासत में लिया है, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने जुलूस निकालने और विवादित नारेबाजी करने के मामले में कार्रवाई की है।