हाइलाइट्सपत्नी की पिटाई के डर से ताड़ के पेड़ पर बनाया था आशियाना 32 दिनों बाद सोमवार को किया गया रेस्क्यू, लेकिन दिखी लापरवाही रिपोर्ट: अभिषेक राय
मऊ. उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में एक शख्स अपनी पत्नी की पिटाई के डर से 32 दिनों तक एक ताड़ के पेड़ पर ही आशियाना बना रखा था. इसकी सूचना मिलने पर सोमवार को जिला प्रशासन की टीम उसका रेस्क्यू करने पहुंची। मजिस्ट्रेट की अगुवाई में टीम जब ताड़ के पेड़ पर बैठे व्यक्ति को उतारने की कोशिश कर रही थी तब बड़ी लापरवाही भी देखने लगी.
दरअसल, जब रेस्क्यू टीम शख्स को नीचे उतारने का प्रयास कर रही थी, उसी वक्त व्यक्ति 100 फीट की ऊंचाई से नीचे सीधे मछली की जाल पर गिरा. नीचे गिरने के बाद उसे गंभीर चोटें आई. जिसके बाद टीम ने उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोपागंज में भर्ती कराया. इस बीच ताड़ के पेड़ से गिरते हुए व्यक्ति का लाइव वीडियो भी अब सामने आया है.
मिल रही जानकारी के मुताबिक रामप्रवेश पत्नी के डर से 32 दिनों से ताड़ के पेड़ पर ही रह रहा था. जिसके बाद सोमवार को उसे मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में ताड़ के पेड़ से रेस्क्यू किया गया. लेकिन रेस्क्यू के समय पेड़ से गिरने की वजह से वह घायल हो गया. अब वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गया है. बता दें कि मौके पर उप जिला अधिकारी हेमंत कुमार चौधरी सहित कोपागंज की थाना फोर्स भारी संख्या में रेस्क्यू करने पहुंची थी.
पत्नी करती है मारपीटपूरा मामला कोपागंज थाना क्षेत्र के बसारथपुर गांव का है, जहां 32 दिनों से पत्नी के डर से रामप्रवेश नामक व्यक्ति पेड़ के ऊपर चढ़कर आशियाना बना कर रह रहा था. रामप्रवेश के पिता विशूनराम का आरोप है कि उसकी बहू आए दिन उसके बेटे से झगड़ा करती है और मारपीट करती है. इसससे नाराज होकर उनका बेटा लगभग 1 महीने से पेड़ पर चढ़कर रह रहा था. उसकी बहू और उसके बेटे का आए दिन झगड़ा होता रहता है और बहू अक्सर उसके बेटे के साथ मारपीट करती है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Mau news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : August 30, 2022, 10:26 IST
Source link

SC seeks responses of Centre, NTCA on PIL alleging organised tiger poaching, illegal wildlife racket
NEW DELHI: The Supreme Court on Wednesday sought responses from the Centre, the National Tiger Conservation Authority (NTCA)…