PSL 2025 की ट्रॉफी जीतने वाले इस क्रिकेटर का रिश्तेदार था आतंकवादी, BSF ने गोलियों से भून डाला था

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PSL 2025 की ट्रॉफी जीतने वाले इस क्रिकेटर का रिश्तेदार था आतंकवादी, BSF ने गोलियों से भून डाला था



लाहौर कलंदर्स (Lahore Qalandars) की टीम ने PSL 2025 की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है. लाहौर कलंदर्स (Lahore Qalandars) ने रविवार को खेले गए फाइनल में क्वेटा ग्लैडिएटर्स को 6 विकेट से मात देकर तीसरी बार PSL की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है. लाहौर कलंदर्स (Lahore Qalandars) को PSL 2025 की ट्रॉफी जिताने वाले कप्तान शाहीन अफरीदी का एक रिश्तेदार आतंकवादी था, जिसे भारत की बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने गोलियों से भून डाला था.
इस क्रिकेटर का रिश्तेदार था आतंकवादी
दरअसल, लाहौर कलंदर्स (Lahore Qalandars) को PSL 2025 की ट्रॉफी जिताने वाले कप्तान शाहीन अफरीदी का एक रिश्तेदार बहुत बड़ा आतंकवादी था. बता दें कि शाहीन अफरीदी पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी के दामाद हैं. शाहीन अफरीदी की शादी शाहिद अफरीदी की बेटी अंशा अफरीदी से साल 2023 में हुई थी. शाहीन अफरीदी के ससुर शाहिद अफरीदी का एक चचेरा भाई था, जो आतंकवादी था. साल 2003 में शाहिद अफरीदी के आतंकी चचेरे भाई शाकिब को भारत की बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने गोलियों से भून डाला था.
BSF ने दौड़ा-दौड़ाकर मारी थी गोली
साल 2003 में शाहिद अफरीदी के चचेरे भाई शाकिब को अनंतनाग में एक मुठभेड़ में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने दौड़ा-दौड़ाकर गोली मारी थी और उसे मार गिराया था. तभी से शाहिद अफरीदी के तन-बदन में आग लगी हुई है. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी अक्सर भारत और उसकी सेना के खिलाफ जमकर जहर उगलते रहते हैं, जिसकी सबसे बड़ी वजह यही है.
सितंबर 2003 में हुई थी मुठभेड़
शाहीन अफरीदी के ससुर शाहिद अफरीदी के चचेरे भाई शाकिब की पहचान 7 सितंबर 2003 को बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के साथ मुठभेड़ के बाद हुई थी. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने शाहिद अफरीदी के चचेरे भाई शाकिब को हरकत-उल-अंसार का बटालियन कमांडर बताया था. शाहिद अफरीदी के चचेरे भाई शाकिब के तार वैश्विक आतंकवादी हाफिज सईद से जुड़े थे. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने तब कहा था कि शाकिब के पास से बरामद डाक्यूमेंट्स उसके शाहिद अफरीदी से संबंध साबित करते हैं.
डेढ़ साल तक अनंतनाग इलाके में एक्टिव था शाकिब
शाकिब पेशावर का रहने वाला था और मारे जाने से पहले करीब डेढ़ साल तक अनंतनाग इलाके में एक्टिव था. शाहिद अफरीदी साल 2003 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के नियमित क्रिकेटर थे. शाहिद अफरीदी ने तब अपने आतंकवादी चचेरे भाई के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया था. शाहिद अफरीदी के हवाले से अखबारों में कहा गया था, ‘पठान परिवार बहुत बड़े हैं और मैं अपने कई चचेरे भाइयों को भूल गया हूं.’ शाहिद अफरीदी ने कहा था कि उनका परिवार बहुत बड़ा है, कौन चचेरा भाई है और कौन क्या करता है मुझे नहीं पता.



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