Last Updated:August 12, 2025, 23:17 ISTमक्खी-मच्छरों को भगाने के लिए कई प्राकृतिक और रासायनिक उपाय करते हैं. रासायनिक उपाय खतरनाक हो सकते है. प्राकृतिक उपायों में नीम का तेल, लहसुन के पेस्ट घोल बनाकर छिड़काव कर सकते हैं. इसके अलावा तुलसी और गेंदा का भी मक्खी मच्छर को भगाने के लिए कारगर होता है. पशुपालन भारतीय कृषि का एक अभिन्न अंग है. पशुओं का स्वास्थ्य सीधे तौर पर किसानों की आय से जुड़ा होता है. बरसात में पशुशालाओं में मक्खी और मच्छरों की बढ़ती संख्या एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. ये न केवल पशुओं को परेशान करते हैं, बल्कि कई तरह की बीमारियों के वाहक भी होते हैं, जिससे पशुओं की उत्पादकता और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है. मक्खी मच्छर से छुटकारा पाने के लिए पशु पालक कई उपाय भी करते हैं. पशुशालाओं में मक्खी-मच्छरों का पनपने की मुख्य गंदगी और नमी होती है. गोबर, मूत्र, और बचा हुआ चारा अगर लंबे समय तक एक जगह पड़ा रहे, तो ये इन कीटों के लिए प्रजनन स्थल बन जाते हैं. इसके अलावा रुका हुआ पानी मक्खी मच्छर को जन्म देता है. मक्खी और मच्छर नियंत्रण के लिए सबसे प्रभावी तरीका है. गोबर और अन्य कचरे का समय पर साफ किया जाए. हर दिन पशुशाला की सफाई करना बहुत जरूरी है. गोबर को तुरंत हटाकर सफाई कर दें. इसके अलावा, पशुओं के मूत्र को बहने के लिए उचित जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि नमी न रहे. मक्खी-मच्छरों को भगाने के लिए कई प्राकृतिक और रासायनिक उपाय करते हैं. रासायनिक उपाय खतरनाक हो सकते है. प्राकृतिक उपायों में नीम का तेल, लहसुन के पेस्ट घोल बनाकर छिड़काव कर सकते हैं. इसके अलावा तुलसी और गेंदा का भी मक्खी मच्छर को भगाने के लिए कारगर होता है. नीम का तेल पानी में मिलाकर पशुशाला की दीवारों और फर्श पर छिड़का जा सकता है. यह एक प्रभावी और सुरक्षित तरीका है. पशु साल से मक्खी मच्छर को भगाने के लिए बेहतर वेंटिलेशन बहुत जरूरी है. अच्छी हवा और रोशनी मक्खी-मच्छरों को पनपने से रोकती है. अगर पशुशाला में हवा का सही बहाव नहीं है, तो हवा में नमी बनी रहती है, तो मक्खी और मच्छर की संख्या तेजी के साथ बढ़ती है. ऐसे में पशुशाला का निर्माण करते समय वेंटिलेशन का खास ख्याल रखना चाहिए. पशुओं को मक्खी मच्छर से बचाने के लिए रासायनिक कीटनाशक का इस्तेमाल न करें. जरा सी लापरवाही की वजह से नुकसान हो सकता है. क्योंकि कई बार किसान कीटनाशक का छिड़काव करते हैं. जरा सी चूक होने पर पशु इसे चाट सकते हैं. ऐसे में पशु की मौत भी हो सकती है.First Published :August 12, 2025, 23:17 ISThomeagricultureपशुओं के पास नहीं भटकेंगे मक्खी-मच्छर, लहसुन और नीम से बनायें ये देसी जुगाड़