कानपुर. उत्तर प्रदेश में कानपुर (Kanpur) के चर्चित बिकरु कांड (Bikru Case) के आरोपितों के खिलाफ उत्तर प्रदेश शासन और कड़ाई करने जा रहा है. जिन तीन आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है, अब उनकी चल-अचल संपत्तियां तलाशी जा रही हैं. मामले में अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त की ओर से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजा गया है कि वह देखें कि कहीं उनके जिलों में इनके या इनकी पत्नी आदि के नाम कोई चल या अचल संपत्ति तो नहीं.
बता दें पिछले साल 2 जुलाई, 2020 को गैंगस्टर विकास दुबे को गिरफ्तार करने उसके गांव पहुंची पुलिस टीम पर विकास और उसके गुर्गों ने हमला कर आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था. घटना के बाद पुलिस ने करीब 36 आरोपितों को चिन्हित किया, इसमें 6 एनकाउंटर में मारे गए. शेष जेल में हैं. इनमें 2 पुलिसकर्मी भी हैं, जिन्हें विकास दुबे का मददगार माना गया है.
पुलिस ने इस मामले में पिछले वर्ष 24 अक्टूबर को 30 आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था. शासन चाहता है कि गैंगस्टर एक्ट में आरोपित सभी आरोपितों के खिलाफ एक्ट की धारा-14 के तहत कार्रवाई की जाए और इनकी संपत्ति जब्त की जाए.
इस संबंध में अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त अनिल कुमार यादव की ओर से आरोपितों के नाम चल-अचल संपत्तियां चिन्हित करने के लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजा गया है. पत्र में साफ तौर पर यह लिखा गया है कि इन आरोपियों के नाम यदि कोई चल या अचल संपत्ति हो तो कृपया इसका ब्यौरा दें. हालांकि आरोपितों में विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के खिलाफ पहले से ही संपत्ति जब्ती की कार्रवाई की जा चुकी है.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
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Alert sounded for extended vigil along Indo-Nepal borders in wake of recent unrest: Officials
According to intelligence sources, these fugitives, who have been nabbed by the SSB, already have their linkages in…