प्रज्ञानानंदा के बाद महिला चेस चैंपियन… 19 साल की उम्र में लाखों की मालकिन, दुनियाभर में बजाया डंका

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प्रज्ञानानंदा के बाद महिला चेस चैंपियन... 19 साल की उम्र में लाखों की मालकिन, दुनियाभर में बजाया डंका



Fide Chess World Cup: आर प्रज्ञनानंदा, ये नाम सभी ने सुना होगा. महज 19 साल का वो चेस मास्टर जिसने अपने खेल से दुनिया में पहचान बनाई और सबसे युवा ग्रैंडमास्टर साबित हुए. अब एक 19 साल की महिला मास्टर ने भी FIDE वर्ल्ड कप में इतिहास रच दिया है. महज 19 वर्षीय भारतीय शतरंज खिलाड़ी दीया देशमुख ने हमवतन कोनेरू हम्पी को हराकर जॉर्जिया में महिलाओं का FIDE विश्व कप जीत लिया. चैंपियन बनने के बाद वह महज 19 साल की उम्र में लाखों की मालकिन बन गई हैं. 
रोमांचक हुआ मैच
दिव्या देशमुख और कोनेरू हम्पी के बीच मुकाबला बेहद रोमांचक रहा. दूसरे रैपिड टाईब्रेकर के अंत में हम्पी समय के भारी दबाव में लड़खड़ा गईं और अंतिम गेम में कई गंभीर गलतियां कर बैठीं. दिव्या देशमुख ने उनके प्रेशर का फायदा उठाया और शांति से बढ़त हासिल कर अपनी जीत पक्की कर ली. दिव्या ने सिर्फ FIDE महिला विश्व कप नहीं जीता बल्कि भारत की 88वीं ग्रैंडमास्टर और यह प्रतिष्ठित खिताब हासिल करने वाली केवल चौथी भारतीय महिला भी बनीं हैं.
खास लिस्ट में आया नाम
दिव्या  अब आर. वैशाली और हरिका द्रोणावल्ली जैसी भारतीय खिलाड़ियों की खास लिस्ट में शामिल हो चुकी हैं. इस लिस्ट में शामिल खिलाड़ियों ने 2500 या उससे अधिक की क्लासिकल FIDE रेटिंग प्राप्त किए हैं. इस वर्ल्ड कप में चैंपियन बनने के बाद महज 19 साल की उम्र में दिव्या लाखों की मालकिन बन चुकी हैं.
कितनी है प्राइज मनी?
चैंपियन की प्राइज मनी की बात करें तो इसमें दिव्या को 50 हजार डॉलर दिए जाएंगे. भारतीय राशि के अनुसार यह 43,34,742 रुपये होंगे. पुरुषों के FIDE वर्ल्ड कप में विजेता को 110000 डॉलर मिलते हैं. महिलाओं की प्राइज मनी आधे से भी कम है. दोनों ही टूर्नामेंट FIDE द्वारा आयोजित किए जाते हैं.



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