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Pregnancy Tips: these 5 mistakes increase risk of miscarriage women should not ignore them | Alert! ये 5 गलतियां बन सकती हैं गर्भपात की वजह, महिलाएं भूलकर भी न करें इग्नोर



प्रग्नेंसी किसी भी महिला के जीवन का सबसे खूबसूरत और सेंसिटिव दौर होता है. इस दौरान जरा सी लापरवाही ना सिर्फ मां बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी घातक हो सकती है. शोध बताते हैं कि कुछ आदतें और लाइफस्टाइल से जुड़ी गलतियां गर्भपात (Miscarriage) का खतरा बढ़ा सकती हैं. अगर समय रहते सावधानी न बरती जाए, तो इसका गंभीर असर मां और शिशु दोनों पर पड़ सकता है.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि महिलाएं अगर प्रग्नेंसी में अपनी दिनचर्या और खानपान का सही ध्यान नहीं रखतीं, तो मिसकैरेज का खतरा बढ़ जाता है. आइए जानते हैं वे 5 चीजें जो मिसकैरेज की आशंका को बढ़ा सकती हैं.
1. कैफीन और शराब का सेवनप्रग्नेंसी के दौरान कैफीन युक्त चीजों जैसे चाय, कॉफी या एनर्जी ड्रिंक का अधिक सेवन मिसकैरेज का खतरा बढ़ा सकता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, दिन में 200 mg से अधिक कैफीन का सेवन गर्भपात का खतरा बढ़ा सकता है. वहीं, शराब पीना भ्रूण के विकास में रुकावट डालता है, जिससे प्रेग्नेंसी में कंप्लीकेशन का खतरा बढ़ जाता है.
2. धूम्रपान या तंबाकू का सेवनधूम्रपान या तंबाकू के सेवन से महिला के शरीर में निकोटिन का लेवल बढ़ जाता है, जिससे खून के फ्लो में रुकावट आती है. यह भ्रूण तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंचने देता, जिससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है. स्टडीज के अनुसार, स्मोकिंग करने वाली महिलाओं में मिसकैरेज की संभावना 25-50% ज्यादा होती है.
3. तनाव और मानसिक दबावप्रग्नेंसी में ज्यादा तनाव लेना भी मिसकैरेज की बड़ी वजह हो सकता है. तनाव हार्मोन कोर्टिसोल के लेवल को बढ़ाता है, जिससे भ्रूण के विकास में रुकावट आ जाती है. इसके अलावा, तनाव से ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल असामान्य हो सकता है, जिससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है.
4. अधपका या जंक फूड का सेवनप्रेग्नेंसी में जंक फूड या कच्चा मांस, अधपकी सब्जियां और बिना पाश्चराइज किया हुआ दूध पीना हानिकारक हो सकता है. ये फूड्स शरीर में संक्रमण का खतरा बढ़ाते हैं, जिससे मिसकैरेज हो सकता है. प्रग्नेंसी में फूड पॉइजनिंग होने का खतरा भी रहता है, जिससे भ्रूण को नुकसान हो सकता है.
5. ज्यादा शारीरिक श्रमप्रग्नेंसी में भारी वजन उठाना या ज्यादा व्यायाम करना भी मिसकैरेज का कारण बन सकता है. इसके अलावा, ज्यादा देर तक खड़े रहना या लगातार यात्रा करने से गर्भाशय पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे भ्रूण का विकास बाधित हो सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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