लखनऊ.  News18 इंडिया के अयोध्‍या पर्व ‘रामयुग’ संवाद कार्यक्रम में टीवी कलाकार, कवि और रामभक्‍त शैलेश लोढ़ा ने कहा है कि अयोध्‍या में भगवान श्री राम का मंदिर का उद्घाटन, प्राण प्रतिष्‍ठा समारोह, धार्मिक अनुष्‍ठान और लाखों- करोड़ों रामभक्‍तों की आस्‍था के साथ आज हमारी संस्कृति, परंपराओं को लेकर सम्मान का भाव मुखर हुआ. अपनी परंपराओं पर गर्व नहीं करेंगे तो कौन करेगा? उन्‍होंने कहा कि आस्था कभी भी सियासत का विषय नहीं हो सकती.

शैलेश लोढ़ा ने कहा है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण है. राम मंदिर का निर्माण लंबे त्याग का परिणाम है. आज का समय देखकर लगता है राष्ट्र सही मार्ग पर है. राम भक्तों को अपने प्राण न्यौछावर करते देखा है. आज सबका त्याग पूर्ण हुआ, ये सौभाग्य का दिन है. जिन्होंने घोषणा पत्र में हमेशा जिक्र किया. शैलेश लोढ़ा ने कहा है कि उनको राम मंदिर बनने का श्रेय क्यों नहीं होगा?

धर्म निरपेक्ष होने का अर्थ अपनी आस्था छोड़ना नहींशैलेश लोढ़ा ने कहा है कि भारत में तो शपथ ईश्वर को साक्षी मानकर ली जाती है. धर्म निरपेक्ष होने का अर्थ अपनी आस्था छोड़ना नहीं हो सकता. यहां तो सभी लोग भगवान राम से आदर्श सीख सकते हैं. भगवान राम से मर्यादा सीखी जा सकती है. भगवान राम को राजनीति में नहीं लाना चाहिए. राजनीति से देश को बांटा नहीं जा सकता.

जो निमंत्रण ठुकरा रहे हैं, उन्हें सोचना चाहिएशैलेश लोढ़ा ने कहा है कि सबको जवाब देने वाले प्रभु श्रीराम है. प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रण मेरा सौभाग्य है. जो निमंत्रण ठुकरा रहे हैं, उन्हें सोचना चाहिए. आयोजकों से समस्या है, आयोजन से तो नहीं? मुझे तो ऐसी सोच पर दया आती है. तुष्टिकरण करने से कुछ हासिल नहीं होता.
.Tags: Ayodhya, Ayodhya Big News, Ayodhya Karsevak, Ayodhya Mandir, Ram Mandir, Ram Mandir ayodhya, Ram mandir newsFIRST PUBLISHED : January 20, 2024, 23:45 IST



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