हरियाणा में भी समान चुनौतियों का सामना किया जा रहा है। 9:00 बजे रेवाड़ी जिले के धरूहरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एएक्यूआई) 382 पाया गया। ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आने वाले अन्य क्षेत्रों में नरनौल (367), जिंद (367), चकरी दादरी (362), रोहतक (358), यमुनानगर (347), फतेहाबाद (320), और बल्लभगढ़ (318) शामिल हैं। हरियाणा के कई शहर ‘खराब’ श्रेणी में आ गए, जिनमें बादलगढ़ (272), गुरुग्राम (290), करनाल (243), भिवानी (298), फरीदाबाद (218), कैथल (237), कुरुक्षेत्र (226), और सोनीपत (285) शामिल हैं।
पंजाब में हवा की गुणवत्ता थोड़ी बेहतर थी, लेकिन अभी भी चिंताजनक थी। अमृतसर में ‘खराब’ एएक्यूआई 253 पाया गया, इसके बाद जलंधर (261), लुधियाना (234), और पटियाला (207) शामिल हैं। पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में एएक्यूआई 169 पाया गया, जिससे यह ‘मoderate’ श्रेणी में आ गई, लेकिन स्वस्थ हवा की गुणवत्ता के मानकों से नीचे है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, एएक्यूआई मूल्यों को निम्नलिखित श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है: 0-50 (अच्छा), 51-100 (संतोषजनक), 101-200 (मoderate), 201-300 (खराब), 301-400 (बहुत खराब), 401-450 (गंभीर), और 450 से अधिक (गंभीर से अधिक)।