गोरखपुर : पूर्वोत्तर रेलवे के 25 ट्रेनों में अगले 2 सालों में लिंक हॉफमैन बुश (LHB) तकनीकी से बने कोच लगा दिए जाएंगे. यह कोच काफी आरामदायक होते हैं और उनकी बनावट बेहद शानदार होती है. पूर्वोत्तर रेलवे ने यह निर्णय लगातार हो रहे ट्रेन हादसों को देख कर लिया है. इस एलएचबी कोच की खासियत यह होती है कि आमने-सामने की टक्कर होने पर भी यह एक कोच एक दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ती, इसमें लोगों के जान और धनराशि का कम नुकसान होता है. फिलहाल पूर्वोत्तर रेलवे के 61 जोड़ी ट्रेनों के लिए 85 LHB कोच रेक उपलब्ध हो गए हैं.पूर्वोत्तर रेलवे के लगभग सभी ट्रेनों में LHB कोच लगा दिए जाएंगे. इस कोच की ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से सामान्य रूप से चल सकती है. इसे 200 किमी प्रति घंटा तक बढ़ाया जा सकता है. लेकिन उसका परीक्षण 180 किमी प्रति घंटे के रफ्तार तक हो चुका है. इसके अंदर का बनावट कुछ इस तरीके का होता है कि ट्रेन में यात्रियों को झटका भी कम लगता हैं. एलएचबी कोचों का डिजाइन सामान्य कोचों की तुलना में अधिक समकालीन होता है, जिससे ट्रेन की गति और प्रदर्शन में सुधार होता है. एलएचबी कोच की संरचना हल्की होती है, जिससे ट्रेन की कुल वजन कम होता है और ऊर्जा दक्षता में सुधार होता है.यात्रियों का सफर होगा शानदार और सुरक्षितCPRO पंकज सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे में आधारभूत ढांचा मजबूत करने का काम तेजी से चल रहा है. लगातार नई रुट पर लाइन बिछाने के साथ पुराने रूट को अपडेट करने का भी काम चल रहा है. जल्द ही सभी ट्रेनों में एलएचबी कोच लगा दिए जाएंगे. ताकि यात्रियों के सफर को और शानदार और सुरक्षित बनाया जा सके.FIRST PUBLISHED : July 27, 2024, 21:11 IST
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