महोबा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को 3,240 करोड़ से अधिक की लागत से बनी परियोजनाओं का लोकार्पण किया. इन परियोजनाओं में सबसे प्रमुख अर्जुन सहायक परियोजना है जिससे बांदा, महोबा और हमीरपुर के किसानों को फायदा मिलेगा. इसके साथ रतौली बांध, भवानी बांध, चिल्ली बांध परियोजना से बुंदेलखंड के लोगों को फायदा मिलेगा. दोपहर को हुए इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश की राजपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह मौजूद रहे.
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत बुंदेली बोली से की. उन्होंने कहा, ‘जौन महोबा की धरा में आल्हा और ऊदल और वीर चंदेलों की वीरता कण-कण में समाई है, उस महोबा की धरती को हमार कोटि-कोटि प्रणाम पहुंचे’. उन्होंने कहा कि महोबा की ऐतिहासिक धरती पर आकर एक अलग की अनुभूति होती है. इस समय देश की आज़ादी में जनजातीय समुदाय के योगदान के लिए जनजातीय सप्ताह मनाया जा रहा है. गुरु नानक देव जी का आज प्रकाश पर्व भी है, शुभकामनाएं देता हूँ. आज ही भारत की वीर बेटी, बुंदेलखंड की शान महारानी लक्ष्मीबाई का जन्मदिन भी है.
अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा बीते 7 सालों में हम कैसे सरकार को दिल्ली के बन्द कमरों से निकाल कर देश के कोने कोने में लाए हैं. ये महोबा इस बात का गवाह है. कुछ महीने पहले यहां से देश की उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण की शुरुआत की थी. मुझे याद है मैंने मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से मुक्ति दिलाने का वादा किया था और वह वादा पूरा हो चुका है. आज मैं आप बुंदेलखंडी भाइयों बहनों को बहुत बड़ी सौगात देने आया हूँ. उन्होंने कहा कि 3 हजार करोड़ से ज्यादा लागत से बनी इन परियोजनाओं से हमीरपुर, ललितपुर बांदा के लाखों किसान परिवार को लाभ मिलेगा. 4 लाख लोगों को पीने का पानी मिलेगा. पीढ़ियों के इंतज़ार आज खत्म हो गया. आपका विश्वास मेरी सर आंखों पर है.
महोबा को बताया जल संरक्षण का उत्तम मॉडल
प्रधानमंत्री ने महोबा के मोदी मैदान से सम्बोधित करते हुऐ कि महोबा सहित ये पूरा क्षेत्र कभी जल संरक्षण का उत्तम मॉडल हुआ करता था. बुंदेलों, चंदेलों, परिहार राजाओं के समय के तालाब इसके उदाहरण हैं. यही चित्रकूट बुंदेलखंड है, जिसने वनवास में प्रभु राम का साथ दिया. समय के साथ यही क्षेत्र पानी की चुनौती और पलायन का केंद्र कैसे बन गया? क्यों यहां की बेटियां पानी वाले क्षेत्र मे शादी की कामना करने लगीं? इन सवालों को महोबा और बुंदेलखंड के लोग भली भांति जानते हैं.
पिछली सरकारों और माफियाओं ने किया दुरुपयोग
साथ ही उन्होंने पूर्व की सरकारों पर निशान साधते हुए कहा कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सरकारों ने इस क्षेत्र का दोहन किया. माफियाओं ने यहां के संसाधनों का दुरुपयोग किया. अब कैसे इन पर बुलडोज़र चल रहा है? ये लोग कैसे भी शोर मचा लें लेकिन काम नही रुकने वाला है. इन लोगों ने जैसा बर्ताव किया उसे बुंदेलखंड के लोग नही भूल सकते. नलकूप ताल-तलैया के नाम पर इन लोगों ने फीते बहुत काटे लेकिन क्या किया ये आप भी जानते हैं. खुदाई पानी में कमीशन, सूखा राहत में घोटाले हुए, आपका परिवार बूंद-बूंद के लिए तरसे इनसे उनका कोई सरोकार नही था.
अब जनता देखेगी नया विकास
उन्होंने कहा, दशकों तक बुंदेलखंड के लोगों ने लूटने वाली सरकारें देखीं हैं. पहली बार बुंदेलखंड के लोग यहां के विकास के लिए काम करने वाली सरकार को देख रहे हैं. वो उत्तर प्रदेश को लूटकर नहीं थकते थे. हम काम करते-करते नहीं थकते हैं. किसानों को हमेशा समस्याओं में उलझाए रखना ही कुछ राजनीतिक दलों का आधार रहा है . ये समस्याओं की राजनीति करते हैं और हम समाधान की राष्ट्रनीति करते हैं. केन-बेतवा लिंक का समाधान भी हमारी ही सरकार ने निकाला है. सभी पक्षों से संवाद करके रास्ता निकाला है. परिवारवादियों की सरकारें किसानों को सिर्फ अभाव में रखना चाहती थी. हमने किसानों के लिए पूरी रकम सीधे उनके घर तक पहुंचाई है.
उन्होंने कहा कि बरसों तक ये अर्जुन सहायक अधूरी पड़ी रही. 2014 के बाद जब मैंने देखा तो उन योजनाओं का रिकॉर्ड मंगवाया और तत्कालीन यूपी सरकार से उसे शुरू करने की बात की लेकिन उन्होंने बुंदेलों के दर्द को नही समझा. 2017 में योगी जी की सरकार आते ही हमने यह काम फिर शुरू किया और आज यह जनता को समर्पित है. उन्होंने कहा कि परिवारवादियों की सरकार किसानों को आभव में रखना चाहती थी. हम बुंदेलखंड से पलायन को रोकने के लिए और रोजगार परक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
अंत मे उन्होंने बुंदेलखंड सहित महोबा की तारीफ करते हुए कहा कि यह तीर्थों का क्षेत्र है, जिसे गोरखनाथ का आशीर्वाद प्राप्त है. बुंदेली भाषा , बुंदेली काव्य, गीत संगीत और महोबा की शान देशावरी पान से कौन आकर्षित नही होगा?
अर्जुन सहायक परियोजना के लोकार्पण से छाया उत्साह
इस मौके पर मंच से जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अर्जुन सहायक परियोजना का लोकार्पण किया गया तो युवाओं का जोश दोगुना हो गया. इसके साथ ही बुंदेलखंड के युवाओं ने कील और टूटी हुई चैन से अद्भुत कलाकारी का प्रदर्शन कर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी की पेंटिंग बनाई. बुंदेलखंड के युवा कलाकारों का यह जोश और उत्साह देखकर सभी हैरत में पड़ गए. मोदी योगी के नारों के बीच करीब 8 घंटे की मेहनत से युवा कलाकारों ने साबित कर दिया कि बुंदेलखंड में भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी को प्रेरित करने के लिए बनाई गई यह अद्भुत कलाकारी की पेंटिंग करने वाले कलाकारों से NEWS 18 ने खास बात की. उन्होंने बताया कि आज हमें भले ही पीएम मोदी को यह पेंटिंग समर्पित करने का अवसर ना मिला हो मगर हम हताश नहीं हैं, उदास नहीं हैं. हम हमेशा इसी तरह से उनके विचारों को सुनकर, प्रेरित होकर समर्पण भाव से यह सेवा करते रहेंगे.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi. हमें Facebook, Twitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.Tags: Bundelkhand, Mahoba news, PM Modi
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