बस्तर ओलंपिक में प्रतिभागियों की भारी भीड़, बस्तर के सभी सात जिलों के खिलाड़ियों ने 11 खेलों में भाग लिया, जिनमें तीरंदाजी, कबड्डी, फुटबॉल, हॉकी, बैडमिंटन, खो-खो, वॉलीबॉल, कराटे, एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग और टुग-ऑफ-वार शामिल हैं। विभिन्न स्तरों पर आयोजित प्रतियोगिताओं में दोनों टीम और व्यक्तिगत श्रेणियों को शामिल किया गया है। इस वर्ष के संस्करण की एक सबसे दिलचस्प विशेषता यह है कि ‘युवा बात’ नामक नई पहचान के तहत माओवादियों की भागीदारी, जिन्होंने आत्मसमर्पण किया है। बस्तर के अधिकारियों का कहना है कि बस्तर एक पेज टर्न कर रहा है, गोलियों से विश्वास, संघर्ष से आत्मविश्वास, जिन व्यक्तियों ने एक बार हथियारों को पकड़ा था, वे अब खेल के मैदान पर प्रतिभा, तेजी और एक नए शुरुआत की आशा के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके साथ-साथ नेक्सल हिंसा से प्रभावित दिव्यांग खिलाड़ियों ने भी भाग लिया है, जिससे यह आयोजन न केवल एक खेलोत्सव बन गया है, बल्कि बस्तर में सामाजिक समावेश और परिवर्तनकारी परिवर्तन का प्रतीक भी बन गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने कहा कि बस्तर ओलंपिक “केवल एक खेल प्लेटफ़ॉर्म नहीं है, बल्कि युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने वाली एक पुल है।” उन्होंने जोड़ा, “बस्तर के युवाओं द्वारा दिखाए गए ऊर्जा से यह साबित होता है कि क्षेत्र शांति, विकास और सकारात्मक परिवर्तन की ओर तेजी से बढ़ रहा है।”
More Relatives Head To Saudi To Perform Last Rites
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