दिल को खून पहुंचाने वाली धमनियों में जमाव जिसे मेडिकल भाषा में कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) कहा जाता है, आज के समय में एक कॉमन प्रॉब्लम बनती जा रही है. यह ब्लॉकेज कोलेस्ट्रॉल, फैट के धमनियों की दीवारों पर जमने से होता है, जिन्हें प्लाक कहते हैं.
यह ब्लॉकेज आंशिक या पूरी तरह से हो सकता है, और इसी कारण हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि ब्लड टेस्ट, ईसीजी और एंजियोग्राफी से बीमारी की सही जानकारी मिलती है, लेकिन कुछ लक्षण ऐसे भी हैं जिन्हें घर पर पहचानकर समय रहते इलाज शुरू किया जा सकता है.
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सीने में दर्द या जकड़न
दिल की नसों में ब्लॉकेज का सबसे आम लक्षण सीने में दर्द या भारीपन होता है. यह दर्द दबाव, जकड़न या छाती पर बोझ जैसा महसूस हो सकता है. यह दर्द आमतौर पर तब होता है जब दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त खून नहीं मिल पाता.
दर्द जो जबड़े, बांह या गर्दन तक फैले
दिल की बीमारी का दर्द हमेशा सीने तक सीमित नहीं होता. यह दर्द जबड़े (खासकर बाईं ओर), बाएं हाथ, कंधे, गर्दन, पीठ या ऊपरी पेट तक भी फैल सकता है. यह इसलिए होता है क्योंकि इन अंगों की नसें दिल से जुड़ी होती हैं. यदि आपको ऐसा दर्द हो, खासकर सीने में जकड़न या सांस की कमी के साथ, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
सांस फूलना और थकान
अगर आपको थोड़ी सी मेहनत करने पर ही सांस फूलने लगे या सामान्य कामों में भी थकावट महसूस हो, तो यह भी दिल की नसों में ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है. जब दिल को पर्याप्त खून नहीं मिलता.
सावधानी जरूरी
कई बार दिल की बीमारी बिना किसी लक्षण के भी हो सकती है, जिसे ‘साइलेंट हार्ट डिजीज’ कहते हैं. ऐसे में अचानक हार्ट अटैक हो सकता है. खासकर यदि आपको हाई बीपी, डायबिटीज, मोटापा, धूम्रपान की आदत या परिवार में हार्ट डिजीज का इतिहास है, तो नियमित जांच करवाना बहुत जरूरी है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.