स्ट्रॉबेरी उगाने का सबसे आसान तरीका: किसान सत्येंद्र वर्मा से जानें सर्दियों में कैसे उगाएं स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी सर्दियों की फसल है, लेकिन इसकी मांग पूरे साल रहती है. प्रगतिशील किसान इसकी खेती से खूब पैसे कमा रहे हैं. रबी सीजन की दूसरी फसलों के मुकाबले इसे उगाना भी आसान है और इसमें मुनाफा भी ज्यादा है. स्ट्रॉबेरी उगाने वाले किसान स्मार्ट कृषक माने जाते हैं. आइए, ऐसे ही एक किसान से इसे उगाने का सबसे आसान तरीका जानते हैं।
बाराबंकी के किसान सत्येंद्र वर्मा ने स्ट्रॉबेरी की खेती को अपना करियर बनाया है. उन्होंने बताया कि स्ट्रॉबेरी की खेती हम 10-12 साल से कर रहे हैं. स्ट्रॉबेरी की खेती सर्दियों में होती है. इस समय हमारे पास करीब दो एकड़ से ज्यादा में स्ट्रॉबेरी की खेती हो रही है. लागत एक एकड़ में 2 से 3 लाख रुपये आती है. ड्रिप मल्च, कीटनाशक, खाद, लेबर आदि का खर्च थोड़ा ज्यादा आ जाता है. इस समय हमारी स्ट्रॉबेरी निकल रही और अच्छे रेट में बिक रही है. मुनाफा एक फसल पर 5 से 6 लाख रुपये तक हो जाता है. इसकी खेती हम मल्चिंग और ड्रिप विधि से करते हैं. इससे हमारी फसल की पैदावार अच्छी होती है. रोग लगने का खतरा कम रहता है. फल को तोड़ने में भी आसानी होती है।
स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए पहले खेत की गहरी जुताई की जाती है. मिट्टी को भुरभुरा बनाया जाता है. फिर इसमें सड़ा हुआ गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट मिलाते हैं. खेत में ड्रिप सिंचाई की व्यवस्था हो तो पानी की बचत के साथ फलन क्षमता भी दोगुनी हो जाती है. स्ट्रॉबेरी को धूल-मिट्टी से बचाने के लिए मल्चिंग बहुत कारगर है। इससे फलों की चमक बनी रहती है. स्ट्रॉबेरी लगाने के महज 2 महीने बाद फ्रूटिंग होने लगती है.

