पहले जमा कराएं आधार, अगले दिन मांगा जाएगा अंगूठा, लेकिन कब मिलेगी यूरिया, इसकी कोई पता नहीं

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Last Updated:June 28, 2025, 17:39 ISTUrea crisis in lakhimpur kheri : यूरिया की कमी का सीधा असर गन्ने और धान की फसल पर पड़ रहा है. इससे उत्पादन घटने का खतरा मंडराने लगा है. जिस समय किसानों को खेतों में होना चाहिए, लाइन में लगा है.लखीमपुर खीरी. धान की रोपाई होने लगी है और गन्ने में भी इसकी जरूरत है, लेकिन इसी के साथ शुरू हो गई है खाद की किल्लत. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में इन दिनों यूरिया को लेकर किसानों को खूब धक्के खाने पड़ रहे हैं. पर्याप्त यूरिया न मिल पाने के कारण किसान बेहद परेशान हैं. सुबह से लेकर शाम तक सरकारी समिति हो या प्राइवेट दुकानदार उनके यहां लाइन लगाकर किसान अपनी बारी का इंतजार करते हैं, फिर निराश होकर घर लौट आते हैं. किसानों की भीड़ इतनी है कि एक दिन का काम कई दिन में नहीं हो पा रहा. एक दिन आधार जमा किये जाते हैं, तो दूसरे दिन अंगूठा लगता, उसके तीसरे दिन भी यूरिया नहीं मिल पाती है.बाहर से खरीदने पर ये झंझड़

मानसून के साथ हुई बारिश के बाद गन्ने के खेतों में किसान यूरिया का प्रयोग करते हैं. दूसरी ओर धान की रोपाई भी शुरू हो गई है. धान की रोपाई में भी किसानों को यूरिया की जरूरत होती है लेकिन यूरिया की किल्लत के कारण किसान काफी परेशान हैं. बिजुआ ब्लॉक क्षेत्र के रहने वाले किसान कमलेश बताते हैं कि यूरिया लेने के लिए पहले एक दिन आपको सरकारी सीमित पर आधार कार्ड जमा करने होगा. उसके बाद, दूसरे दिन आपका फिंगर लिया जाएगा. इसके बाद कब यूरिया का वितरण होगा, इसका कोई अता-पता नहीं है. दो दिन से लगातार हम समिति आ रहे हैं. हमें अपनी फसलों में दो बोरी यूरिया डालनी है. वे बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति पर यूरिया के लिए 2 दिन से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन खाद नहीं मिल रही है. कमलेश बताते हैं कि अगर हम इसे प्राइवेट खरीदते हैं तो ₹330 से ₹350 प्रति बोरी के हिसाब से मिलती है. उसके साथ जिंक का एक थैला भी खरीदना पड़ता है.

किसान शिवचंद्र Local 18 से कहते हैं कि बरसात के मौसम में निर्धारित समय पर खाद न मिल पाने के कारण फसलें खराब हो रही हैं. इस समय बारिश हुई है, खेतों में नमी है तो खाद डाली जा सकती है. लेकिन किल्लत के कारण हम मायूस हैं. ध्यान देने वाला कोई नहीं है. सुबह से शाम तक भूखे-प्यासे लाइन में खड़े होकर अपने नंबर का इंतजार करते हैं, जब तक नंबर आता है तब तक यूरिया खत्म. दो बोरी यूरिया लेने के लिए तीन बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं.Location :Lakhimpur,Kheri,Uttar Pradeshhomeagricultureपहले जमा करें आधार, अगले दिन मांगा जाएगा अंगूठा, लेकिन कब मिलेगी यूरिया?

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