उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) आज शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई. इस परीक्षा में प्रदेशभर से लाखों अभ्यर्थियों ने भाग लिया. परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई, जिसमें पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक हुई. परीक्षा के लिए प्रदेशभर में हजारों परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहां परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर समय से पहले पहुंचने के निर्देश दिए गए थे. प्रवेश पत्र के साथ आधार कार्ड और दो पासपोर्ट साइज फोटो लाना अनिवार्य था. परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, स्मार्टवॉच और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को प्रतिबंधित रखा गया था।
कड़ी सुरक्षा के बीच हुई परीक्षा के दौरान प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. पुलिस बल की तैनाती के साथ सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी गई. अभ्यर्थियों की पहचान सत्यापित करने के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली का प्रयोग किया गया. अधिकांश जिलों में परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई, कहीं से भी किसी प्रकार की गड़बड़ी की खबर नहीं आई.
अभ्यर्थियों ने परीक्षा को सामान्य कठिनाई स्तर का बताया और कहा कि प्रश्नपत्र में सामान्य ज्ञान, गणित और तर्कशक्ति से जुड़े प्रश्न शामिल थे. उत्तर प्रदेश से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक के करंट के सवाल आए थे. अभ्यर्थियों ने व्यवस्थाओं को लेकर संतुष्टि जताई, कहा कि व्यवस्थाएं ठीक थी. लखनऊ से आए अभ्यर्थी अनुज श्रीवास्तव ने बताया कि पेपर अच्छा हुआ है, व्यवस्थाएं भी ठीक थी. वहीं कानपुर देहात से आयीं महिला अभ्यर्थी आकांक्षा दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील है, मेडिकल विभाग वालों को इस परीक्षा से दूर रखा जाए.
व्यवस्थाएं थी ठीक हमारे ऊपर डबल जिम्मेदारी है. घर और बच्चों को भी संभालना पड़ता है. फिर पढ़ाई के लिए समय नहीं मिल पाता है. लखनऊ से आए अभ्यर्थी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि परीक्षा काफी अच्छी रही और व्यवस्थाएं भी ठीक थी. औरैया की आश्या गुप्ता ने बताया कि ओवरऑल पेपर अच्छा हुआ है. व्यवस्थाएं भी ठीक थी.
पीईटी परीक्षा का आयोजन विभिन्न सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया के प्रारंभिक चरण के रूप में किया जाता है. इस परीक्षा के अंकों के आधार पर अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षाओं या अन्य भर्ती चरणों के लिए पात्र घोषित किया जाता है.