पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में तेंदुओं की बढ़ी चहलकदमी, एक्सपर्ट ने बताई असल वजह
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में वन्यजीवों की संख्या बढ़ ही रही है. वहीं जंगल से सटे इलाकों में तेंदुओं का कुनबा भी तेज़ी से पनप रहा है. आए दिन तेंदुए के आबादी में चहलक़दमी करने के वीडियो सामने आते हैं. हाल ही में इससे जुड़े एक वीडियो सामने आया है जिसमें तेंदुआ एक पुलिया पर आराम फ़रमाते नज़र आ रहा है.
पीलीभीत के जंगलों के टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद से ही लगातार वन्यजीवों के संरक्षण पर जोर दिया जा रहा है. ऐसे में वन्यजीवों का भी कुनबा भी फल-फूल रहा है. देश-दुनिया से पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बंगाल टाइगर का दीदार करने के लिए पर्यटक पीलीभीत पहुंच रहे है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा 71 से भी अधिक हो गया है. वहीं जानकारों के अनुसार असल में यह आंकड़ा 100 के भी पार पहुंच गया है. जंगल के कोर एरिया में बाघों की मौजूदगी के कारण तेंदुए बफर इलाके व आबादी में अपना डेरा जमाए हुए है. ऐसे में आए दिन अलग-अलग इलाकों में तेंदुए की मौजूदगी देखी जाती है. देर रात एक कार के आगे तेंदुए की चहलकदमी का वीडियो सामने आया है.
इसलिए बढ़ रही चहलकदमीपीलीभीत में लगातार बढ़ रही इस प्रकार की घटनाओं के कारणों पर लोकल 18 से बातचीत में वरिष्ठ वनजीवन पत्रकार केशव अग्रवाल ने बताया कि बीते कुछ सालों में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में तेंदुए जंगल से बाहर होते जा रहे हैं. आबादी के बीच इन्हें आसान शिकार उपलब्ध हो जाता है. ऐसे में यह वहीं डेरा जमाए रहते हैं. वहीं दूसरी ओर जंगल में हज़ारों हेक्टेयर जमीन पर अवैध रूप से कब्जे हैं. जिस कारण से जंगल सिकुड़ता जा रहा है. अगर इस ओर ध्यान दिया जाए तो ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है.