Last Updated:August 16, 2025, 22:17 ISTपीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि जंगल से गुजरने वाले मार्गों पर वन्यजीवों के आने की संभावना अधिक होती है. वन क्षेत्र से गुजरने के दौरान वाहनों को तय सीमा में ही चलाएं.पीलीभीत. फर्ज कीजिए कि आप त्योहार मानने रिश्तेदारों के घर जा रहे हैं. जंगल से गुजरने वाली एक सड़क पर आपको एक भारी भारी भरकम जंगली जानवर के दीदार हो जाएं, ठीक ऐसा ही पीलीभीत में देखने को मिला है. हाल ही में पीलीभीत से उत्तराखंड को जाने वाली सड़क पर देर रात कार के आगे चहलकदमी करते भालू का वीडियो सामने आया है.
उत्तर प्रदेश का पीलीभीत जिला हिमालय की शिवालिक पर्वतमाला की तलहटी में बसा ख़ूबसूरत शहर है. प्रकृति ने इस शहर को अपार ख़ूबसूरती से नवाज़ा है. इतना ही नहीं यहां बाघों समेत कई दुर्लभ जंगली जानवर पाए जाते हैं. यहां का प्रमुख आकर्षण पीलीभीत टाइगर रिजर्व है. अगर आंकड़ों को देखें तो वर्तमान में यहां 71 से भी अधिक बाघ और लगभग ही इतनी ही संख्या में तेंदुए व भालू मौजूद हैं. इतना ही नहीं यहां 350 से भी अधिक प्रजाति की चिड़ियां पाई जाती हैं. पीलीभीत टाइगर रिजर्व लगभग 73000 हेक्टेयर में फैला विशाल जंगल है.
जंगल में बाघों की संख्या अधिकऐसे में जिले के कई प्रमुख रोड इस जंगल के भीतर से होकर गुजरते हैं. इनमें पीलीभीत-पूरनपुर, पीलीभीत-माधोटांडा और माधोटांडा-खटीमा मार्ग सबसे प्रमुख हैं. यह सभी रोड जिस क्षेत्र से होकर गुज़रते हैं वहां पर बाघों की अच्छी खासी संख्या देखी जाती है. दिन इन सड़कों पर बाघों की चहलक़दमी देखने को मिलती है. वहीं सड़क से गुजर रहे राहगीर इस चहलकदमी का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर देते हैं. हाल ही में इससे जुड़ा एक वीडियो सामने आया है. जिसमें एक भालू माधोटांडा-खटीमा मार्ग पर रात के अंधेरे में कार के आगे चहलकदमी करते नजर आ रहा है. पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि जंगल से गुजरने वाले मार्गों पर वन्यजीवों के आने की संभावना अधिक होती है. वन क्षेत्र से गुजरने के दौरान वाहनों को तय सीमा में ही चलाएं.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Pilibhit,Uttar PradeshFirst Published :August 16, 2025, 22:17 ISThomeuttar-pradeshभालू का चहलकदमी करता वीडियो आया सामने, जंगल से गुजरते समय रहें सतर्क