अभिषेक जायसवाल/वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में वाराणसी के अस्सी घाट पर फावड़ा चलाकर सफाई अभियान की शुरुआत की थी. पीएम के इस अभियान के बाद अस्सी घाट चमचमा उठा था. अब 9 साल बाद एक बार फिर अस्सी घाट को पुराने स्वरूप में लाने की कवायद तेज हो गई है. नगर निगम ने घाटों पर जमी सिल्ट को हटाने के लिए फिर से पंप के साथ पोकलैंड मशीनों को उतारा है.इस पोकलैंड की मदद से घाटों पर सालों से जमी सिल्ट को हटाया जा रहा है. बताते चलें कि बाढ़ का पानी कम होने के बाद वाराणसी के अस्सी घाट पर सबसे ज्यादा मिट्टी की सिल्ट का अंबार दिखाई देता है. हालांकि, पिछले साल की अपेक्षा इस बार अभी तक पांच फीट से ज्यादा सिल्ट को हटाया जा चुका है. वाराणसी के नगर आयुक्त सीपू गिरि ने बताया कि सिल्ट को हटाने के लिए 30 अक्टूबर तक की समय सीमा निर्धारित है.पोकलैंड के साथ 20 पंप से होगी सफाईवाराणसी में घाटों की सफाई का काम कर रहे कॉन्ट्रेक्टर मधुकांत पांडेय ने बताया कि पोकलैंड की मदद से 10 फीट और सिल्ट हटाने का काम जारी है, जिसे 5 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा. इसके लिए अस्सी घाट पर 20 मोटर पंप भी लगाए जाएंगे. इस सफाई के बाद मां गंगा से घाटों के प्लेटफार्म की दूरी कम हो जाएगी. साथ ही अस्सी घाट का पुराना स्वरूप भी फिर से लोगों के सामने आएगा.स्थानीय लोगों ने की थी अपीलबताते चलें कि अस्सी घाट के सफाई के लिए स्थानीय पुरोहितों ने भी नगर निगम प्रशासन से अपील की थी. इसी अपील के बाद नगर निगम ने इसके सफाई के लिए फूलप्रूफ प्लान बनाया और अब इसपर काम भी शुरू हो गया है..FIRST PUBLISHED : October 25, 2023, 22:44 IST
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