वाराणसीः भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. इसी क्रम में पवन सिंह के खिलाफ वाराणसी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर कैंट थाने में 1.57 करोड़ की ठगी का मुकदमा दर्ज हुआ है. पवन सिंह सहित चार लोगों पर आरोप है कि उन्होंने मिलकर होटल कारोबारी को भोजपुरी फिल्म में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये का चूना लगाया गया है. आरोपियों में पवन सिंह, प्रेमशंकर राय, उसकी पत्नी सीमा राय और निर्देशक अरविंद चौबे शामिल हैं. इन चारों लोगों पर बीएनएस की धारा 420, 406, 467, 468 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है.
नाटी इमली निवासी विशाल सिंह का होटल और टूर एंड ड्रैवल का कारोबार है. विशाल सिंह ने बताया कि मुंबई में पढ़ने के दौरान उसकी पहचान प्रेमशंकर राय और उसकी पत्नी से हुई थी. विशाल ने आरोप लगाया है कि पति-पत्नी ने भोजपुर फिल्म बनाने के नाम पर करीब 1.57 करोड़ रुपये निवेश करवाए और विश्वास दिलाया कि खर्च की गई राशि सब्सिडी और मुनाफे के तौर पर लौटाई जाएगी. इसके बाद विशाल सिंह ने किस्तों में करीब 32.60 लाख रुपये व्यापारियों के खाते में जमा किए. फिल्म की शूटिंग और पोस्ट प्रोडक्शन इवेंट पर करीब 1.25 करोड़ रुपये खर्च किए.
इसके बावजूद ना तो रकम वापस की गई और ना ही मुनाफे में हिस्सा दिया गया. आरोप है कि विपक्षियों ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उसे निर्माता दिखाया गया और जब उसने पैसे की मांग की तो टालमटोल करने लगे. अभिनेता पवन सिंह की तरफ से जान मारने की धमकी भी दी गई. पीड़ित के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए अदालत ने कैंट थाने की पुलिस केस दर्ज कर जांच के आदेश दिए. बता दें कि पवन सिंह इन दिनों लगातार विवाद में फंस रहे हैं. पवन सिंह ने इससे पहले हरियाणवी एक्ट्रेस के साथ बदतमीजी की थी. हालांकि पवन सिंह ने बाद में माफी भी मांग ली थी. वहीं उनकी पत्नी ज्योति सिंह ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करके बात करने की अपील की थी.
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पवन सिंह के खिलाफ दर्ज मुकदमे के बाद क्या होता है. क्या पवन सिंह जेल जाएंगे और उनके खिलाफ जान से मारने की धमकी देने के आरोप सही हैं या नहीं. यह जानने के लिए हमें आगे की जांच और अदालत के फैसले का इंतजार करना होगा.