India vs England Test: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज 20 जून को शुरू होगी. उससे पहले इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) एक बड़ा फैसला किया है. अब दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज को पटौदी ट्रॉफी के नाम से नहीं जाना जाएगा. ईसीबी ने इसका नाम बदलते हुए तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी कर दिया है. अब यह टेस्ट सीरीज ‘तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी’ के लिए खेली जाएगी.
11 जून को ट्रॉफी का अनावरण
ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन का नाम प्रतिष्ठित ट्रॉफी पर लिखा होगा. ईसीबी और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की सहमति पर ऐसा फैसला लिया गया है. तेंदुलकर और एंडरसन दोनों 11 जून से शुरू होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के दौरान लॉर्ड्स में ट्रॉफी का अनावरण करेंगे.
तेंदुलकर और एंडरसन के नाम महारिकॉर्ड
भारत के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर टेस्ट इतिहास में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. उन्होंने 1989 से 2013 के बीच खेले गए 200 टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए हैं. जेम्स एंडरसन इंग्लैंड के लिएसबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उनके नाम 188 मैचों में 704 टेस्ट विकेट हैं. जहां तेंदुलकर 2013 में रिटायर हुए, वहीं एंडरसन ने 2024 में अपने करियर को अलविदा कहा.
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2007 में पहली बार पटौदी ट्रॉफी
इससे पहले 2007 से इंग्लैंड में खेली जाने वाली भारत बनाम इंग्लैंड द्विपक्षीय सीरीज को ‘पटौदी ट्रॉफी’ के नाम से जाना जाता था. पटौदी ट्रॉफी पहली बार 2007 में भारत बनाम इंग्लैंड के पहले टेस्ट के 75 साल पूरे होने पर दी गई थी. भारत में खेली जाने वाली भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज को ‘एंथोनी डी मेलो ट्रॉफी’ कहा जाता है. इसका नाम बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष के नाम पर रखा गया है.
गावस्कर ने उठाए थे सवाल
इससे पहले भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने ‘पटौदी ट्रॉफी’ को रिटायर करने के इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के फैसले की आलोचना की थी. गावस्कर ने स्पोर्टस्टार के लिए एक कॉलम में लिखा था, ”हाल ही में यह खबर मिली कि ईसीबी इंग्लैंड में इंग्लैंड-भारत के बीच टेस्ट सीरीज के विजेताओं को दी जाने वाली पटौडी ट्रॉफी को रिटायर करने जा रहा है. वास्तव में परेशान करने वाली है. यह पहली बार है जब किसी व्यक्तिगत खिलाड़ी के नाम पर रखी गई ट्रॉफी को रिटायर करने के बारे में सुना गया है. हालांकि यह निर्णय पूरी तरह से ईसीबी का है और BCCI को सूचित किया गया होगा. यह इंग्लैंड और भारत दोनों में क्रिकेट में पटौदी के योगदान के प्रति संवेदनशीलता की पूरी कमी को दर्शाता है.”
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शर्मिला टैगोर ने जताई थी आपत्ति
पटौदी ट्रॉफी को रिटायर करने के इस कदम से अभिनेत्री और दिवंगत टाइगर पटौदी (मंसूर अली खान पटौदी) की पत्नी शर्मिला टैगोर को भी दुख हुआ. शर्मिला ने कुछ महीने पहले एक इंटरव्यू में बताया था, ”मैंने उनसे कुछ नहीं सुना, लेकिन ईसीबी ने सैफ अली खान को एक पत्र भेजा है कि वे ट्रॉफी को रिटायर कर रहे हैं. बीसीसीआई टाइगर की विरासत को याद रखना चाहता है या नहीं चाहता है, यह उन्हें तय करना है.” मंसूर अली खान पटौदी के पिता इफ्तिखार अली खान पटौदी भारत और इंग्लैंड दोनों के लिए टेस्ट मैच खेले थे. उन्होंने भारतीय टीम की कप्तानी भी की थी.