नोएडा में भक्ति और उत्साह की लहर देखने को मिली. सेक्टर-110 के रामलीला मैदान में भारत उत्कर्ष महायज्ञ के अंतिम दिन अपार भीड़ देखते ही बन रही थी. अमेरिका, कनाडा, मॉरीशस, नेपाल, ऑस्ट्रेलिया, फिजी और कई यूरोपीय देशों से आए श्रद्धालुओं ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए. करीब 11 लाख लोगों ने इसमें हिस्सा लिया. नोएडा में भी सोमवार को भक्ति और उत्साह की लहर देखने को मिली. सेक्टर-110 के रामलीला मैदान में आयोजित 108-कुण्डीय भारत उत्कर्ष महायज्ञ के अंतिम दिन श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ी.
देश के कोने से ही नहीं, विदेशों से भी आए श्रद्धालुओं के पास जैसे ही अयोध्या से ध्वजारोहण का संदेश पहुंचा, महायज्ञ में बैठे सभी पूर्णाहुति देने वालों की जय श्री राम के जयकारों से पूरा मैदान गूंज उठा. इस भारत उत्कर्ष महायज्ञ में देश-विदेशों से करीब 11 लाख श्रद्धालु पहुंचे. यह महायज्ञ पूरे दस दिनों तक चला और इसमें देश के हर राज्य से लोग आए. अमेरिका, कनाडा, मॉरीशस, नेपाल, ऑस्ट्रेलिया, फिजी और कई यूरोपीय देशों से भक्त शामिल हुए.
आयोजन समिति के अनुसार कुल 11 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने महायज्ञ में भाग लिया. 108 कुण्डीय महायज्ञ में 140 करोड़ पूर्णाहुति के साथ नोएडा का अब तक का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन सम्पन्न हुआ. लोगों ने इसे भारत की समृद्ध संस्कृति और अध्यात्म का अनूठा संगम बताया. अंतिम दिन राघवाचार्य जी की ओर से सुनाई जा रही रामकथा के दौरान हजारों लोग भाव-विभोर दिखाई दिए.
वैदिक मंत्र, जयघोष और सैकड़ों दीपों की रोशनी ने पूरे परिसर को भक्ति से सराबोर कर दिया. आयोजन समिति ने बताया कि पूरे दस दिनों तक आने वाले हर व्यक्ति के लिए निःशुल्क भंडारे की व्यवस्था की गई थी. रोज लाखों लोग यहां प्रसाद ग्रहण करते रहे. बड़े-बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक, सभी ने इस अनोखे नेक अवसर का लाभ उठाया. महर्षि संस्थान के अध्यक्ष अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि अयोध्या में धर्मध्वजा फहरने के साथ नोएडा से भी भक्ति और विश्वशांति का संदेश भी निकला.

