फेफड़े ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान-प्रदान करते हैं, जो इंसान के जीवित रहने के लिए जरूरी है. इस कार्य को करने के लिए लंग्स की केपेसिटी उम्र, लिंग, और बीमारी के आधार पर प्रभावित होती है. अगर फेफड़े अच्छे से काम नहीं करे, तो शरीर को पूरा ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे थकान, सांस फूलना और दूसरी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
खासतौर पर आज के समय में जब वायु प्रदूषण, स्मोकिंग और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं, ऐसे में फेफड़ों की क्षमता यानी उनकी ताकत को समझना और समय-समय पर जांचना बहुत जरूरी हो गया है. वैसे तो डॉक्टर के पास जाकर फेफड़ों की क्षमता की जांच करवाना एक विकल्प है, लेकिन आप कुछ सरल तरीकों से घर पर भी इसका पता लगा सकते हैं. ऐसे ही कुछ आसान तरीकों के बारे में यहां हम आपको बता रहे हैं-
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स्पाइरोमीटर का उपयोग
स्पाइरोमीटर एक उपकरण है जो फेफड़ों की क्षमता को मापता है. हालांकि यह आमतौर पर चिकित्सा प्रयोगशालाओं में पाया जाता है, आप ऑनलाइन इसे खरीद सकते हैं और घर पर इस्तेमाल कर सकते हैं.
तरीका- स्पाइरोमीटर को अपने मुंह में डालें और गहरी सांस लें.- अब धीरे-धीरे सांस छोड़ें और डिवाइस द्वारा मापे गए परिणामों को देखें.- इससे आपको आपकी फेफड़ों की क्षमता का सही आंकड़ा मिलेगा.
गहरी सांसें लें
आप बिना किसी उपकरण के भी अपनी फेफड़ों की क्षमता को जांच सकते हैं. यह विधि बहुत सरल है. इसके लिए सबसे पहले आरामदायक स्थिति में बैठें या खड़े हो जाएं. गहरी सांस लें और अपनी सांस को कुछ सेकंड तक रोके रखें. फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें. इसे तीन से चार बार करें और देखें कि आपकी सांस कितनी लंबी और गहरी होती है.
कागज या रुमाल उपयोग
एक साधारण घरेलू परीक्षण जो आपको आपकी फेफड़ों की क्षमता को मापने में मदद कर सकता है. इसके लिए एक कागज या रुमाल को अपने मुंह के सामने रखें. गहरी सांस लें और उसे बाहर छोड़ें. देखें कि कागज या रुमाल कितनी दूर उड़ता है, यदि यह दूर उड़ता है, तो यह आपकी फेफड़ों की अच्छी क्षमता का संकेत है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)