एक तरफ आईपीएल में टीमें जीत की होड़ में जुटी हुई हैं. इस बीच टीम इंडिया के मैनेजमेंट में गुत्थी उलझी नजर आ रही है. अभिषेक नायर की बर्खास्तगी का मुद्दा तूल पकड़ता नजर आ रहा है. नायर को 8 महीने पहले असिस्सटेंट कोच के तौर पर टीम का हिस्सा बनाया गया था, लेकिन अब वह टीम का हिस्सा नहीं हैं. हर कोई इसकी वजह जानने को बेताब है. नायर की बर्खास्तगी की वजह न्यूज लीक को बताया जा रहा था, लेकिन इसकी स्टोरी कुछ अलग ही निकलकर आ रही है.
क्या है असली वजह?
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया कि टीम इंडिया के कुछ सीनियर प्लेयर्स को नायर की मौजूदगी खटर रही थी. वहीं, गौतम गंभीर जिन्होंने केकेआर में नायर के साथ काम किया और फिर टीम इंडिया में भी लेकर आए, उन्होंने भी सपोर्ट नहीं किया. हालांकि, प्लेयर्स के नाम का खुलासा नहीं किया गया है.
गंभीर ने भी नहीं किया नायर का सपोर्ट
बीसीसीआई के सूत्र ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, ‘गंभीर ने विरोध नहीं किया, उन्हें डोशेट (एक और असिस्टेंट कोच) और मोर्कल को लाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. लेकिन इन्हें जल्दी जाने दिया.’ पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक नायर की मौजूदगी से टीम इंडिया के सीनियर प्लेयर्स खुश नहीं थे. सपोर्ट स्टाफ में किसी एक ने नायर की मौजूदगी पर सवाल भी उठाया.
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सितांशु कोटक की एंट्री से पर्दा फाश
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक ‘ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद बीसीसीआई ने एक बैठक की थी. इसमें सचिव देवजीत सैकिया, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और एक सेलेक्टर समेत टीम इंडिया से जुड़े कुछ जरूरी लोग शामिल थे. मीटिंग में ही सपोर्ट स्टाफ के एक पॉवरफुल सदस्य ने नायर की मौजूदगी पर चिंता जताई और उनकी मौजूदगी पर सवाल उठाए.’
इस मुद्दे पर बीसीसीआई ने तत्काल बड़ा कदम नहीं उठाया था लेकिन वह सीतांशु कोटक को लेकर आए. यह नायर को साइड लाइन करने का एक तरीका था.
A Maharashtra farmer’s harrowing story
A small loan that spiralled into crushing debt and ended in the loss of a kidney has placed…

