Uttar Pradesh

Noida authority is giving a chance to buy 122 plots on the occasion of diwali you can apply online dlnh



ग्रेटर नोएडा. ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी पॉश एरिया में मॉल-शापिंग कॉम्प्लेक्स बनाने की योजना लेकर आई है. ग्रेनो के आधा दर्जन सेक्टर में मॉल-शापिंग कॉम्प्लेक्स के लिए 11 प्लाट खाली पड़े हैं. इनकी कीमत भी ज्यादा नहीं रखी गई है. कुछ वक्त पहले ही अथॉरिटी ने दूध-सब्जी के बूथ के लिए खाली प्लाट की नीलामी की थी. 85 लाख रुपए की कीमत वाला प्लाट 11 करोड़ से अधिक के दाम पर बिका था. कहा जा रही कि जेवर में एयरपोर्ट का काम शुरू होने के बाद ग्रेटर नोएडा में जमीन की कीमतें आसमान छू रही हैं.
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अफसरों की मानें तो पाई वन और सेक्टर 10 में सबसे ज्यादा खाली प्लाट हैं. पाई वन में 2500, 4374 और 4375.75 वर्गमीटर के तीन प्लाट खाली हैं. इनका रिजर्व प्राइस 64 हजार रुपये वर्गमीटर रखा गया है. इसी तरह से सेक्टर-10 में 9250, 10600 और 10600 वर्गमीटर के तीन प्लाट खाली हैं. इनका रिजर्व प्राइस 60 हजार रुपए वर्गमीटर है.
टेकजोन-7 में 10 हजार वर्गमीटर, टेकजोन-12 में 10400 वर्गमीटर के दो प्लाट खाली हैं. इनका रिजर्व प्राइस 60 हजार रुपए है. इसी तरह से सेक्टर-अल्फा 2 में और इकोटेक 12 में भी एक-एक प्लाट खाली है. इनका रिजर्व प्राइस 66 और 62 हजार है.
DND-कालिंदी कुंज को जोड़ा जाएगा यमुना, दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे और जेवर एयरपोर्ट से, जानिए प्लान

85 लाख थी प्लॉट की रिजर्व प्राइस

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने हाल ही में कमर्शियल यूज के लिए 11 प्लॉट बेचने के लिए विज्ञापन जारी किया था. प्लॉट के लिए ऑनलाइन बोली लगाई जानी थी. इसमे से एक प्लॉट स्वर्णनगरी में भी था. यह 500 वर्गमीटर का प्लॉट है. अथॉरिटी ने इस प्लॉट की रिजर्व कीमत 85 लाख रुपए रखी थी. खरीदारों को इसके ऊपर की बोली लगानी थी.लेकिन अथॉरिटी को भी उम्मीद नहीं रही होगी कि इस प्लॉट की बोली 11.12 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी. जबकि अथॉरिटी की शर्तों के मुताबिक इस प्लॉट पर क्योस्क बनाकर सिर्फ दूध और सब्जी बेचने की ही इजाजत होगी.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.



Source link

You Missed

Air India adopts fatigue risk system as pilot bodies flag safety concerns
Top StoriesSep 16, 2025

एयर इंडिया ने पायलट संगठनों द्वारा सुरक्षा चिंताओं के बाद थकान जोखिम प्रणाली अपनाई

नई दिल्ली: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के दिशानिर्देश के अनुसार एयरलाइन्स और अन्य संबंधित पक्षों को फैटिग रिस्क…

Scroll to Top