अमीर बनने की असली शुरुआत
चंदौली: अक्सर हमें लगता है कि अमीर बनने के लिए दिन-रात मेहनत करनी होगी, लेकिन सच्चाई यह है कि सिर्फ मेहनत से नहीं, बल्कि समझदारी से पैसे को काम पर लगाकर ही असली दौलत बनाई जा सकती है. जब आप अपनी सैलरी का एक तय हिस्सा, जैसे कि 30 प्रतिशत, हर महीने सही तरीके से और सही जगह निवेश करते हैं, तो कुछ वर्षों में यही निवेश आपको आपकी सैलरी जितनी या उससे अधिक आय देने लगता है.
निवेश को लंबे समय तक करना जरूरी है
म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट अभिषेक सिंह ने बताया कि हम जब कोई भी वस्तु खरीदते हैं, तो वह कुछ समय तक ही अच्छा लगता है और उसकी उपयोगिता धीरे-धीरे घटती जाती है, जबकि निवेश की कोई उम्र नहीं होती. निवेश जितने लंबे समय तक किया जाए, उतना ही बेहतर रिटर्न मिलता है, क्योंकि उसमें चक्रवृद्धि (compounding) की ताकत जुड़ती है. यही कारण है कि निवेश को लंबे समय तक करना जरूरी है.
निवेश को आदत बनाएं
उन्होंने आगे बताया कि व्यक्ति की काम करने की एक उम्र होती है, जैसे 50, 55 या 60 वर्ष. इसके बाद नौकरी या आय के अन्य नियमित साधन खत्म हो जाते हैं, ऐसे में यदि आपने अपने कामकाजी वर्षों में नियमित रूप से निवेश किया हो, तो रिटायरमेंट के बाद भी आपके पास एक मजबूत वित्तीय सुरक्षा होती है. यह तभी संभव है, जब आप निवेश को आदत बनाएं. चाहे वो मासिक हो, छमाही या सालाना. इससे आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी.
सोच-समझकर करें निवेश
अभिषेक सिंह यह भी चेतावनी देते हैं कि जल्दीबाजी में निवेश करना खतरनाक हो सकता है. आजकल युवा बिना पूरी समझ के शेयर बाजार के कॉल-पुट ऑप्शंस में पैसा लगा रहे हैं, जहां 100 में से 90 प्रतिशत लोग घाटा उठा रहे हैं. यह कोई अनुमान नहीं, बल्कि भारतीय बाजार नियामक संस्था SEBI के आंकड़े हैं, ऐसे में जल्दबाजी में पैसे डूबाने से बेहतर है कि सोच-समझकर दीर्घकालिक निवेश करें.
अर्थव्यवस्था में करता है निवेश
वहीं, उन्होंने बताया कि अगर आप इक्विटी म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने से डरते हैं, तो आप हाइब्रिड फंड्स को चुन सकते हैं, जो सुरक्षित होते हैं और अच्छे रिटर्न भी देते हैं. याद रखें, जब आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो वह फंड देश की अर्थव्यवस्था में निवेश करता है. जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था बढ़ती है, वैसे-वैसे आपका पैसा भी बढ़ता है.
अमीर बनने की असली शुरुआत
अभिषेक यह भी मानते हैं कि हमारे घर में बचपन से ही निवेश और शेयर बाजार को लेकर डर पैदा कर दिया जाता है. लोगों को लगता है कि निवेश में सिर्फ जोखिम है, लेकिन सच्चाई यह है कि जोखिम तो हर चीज में है जीवन के हर फैसले में. निवेश को दो हिस्सों में बांट सकते हैं. एक हिस्सा फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में और दूसरा म्यूचुअल फंड में. इससे संतुलन बना रहता है और धन भी सुरक्षित तरीके से बढ़ता है. इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपके पैसे से पैसा बने, तो निवेश की आदत अभी से डालें. धीरे-धीरे, नियमित रूप से और सोच-समझकर. यही है अमीर बनने की असली शुरुआत.