जिले में रबी की फसल की बुवाई के महत्वपूर्ण समय में नहरों में पानी न आने से किसान गंभीर संकट से जूझ रहे हैं। गेंहू, सरसों और चना की बुवाई से पहले आवश्यक पलेवा न हो पाने के कारण खेती पिछड़ रही है। इससे किसानों को अपनी फसलों की कटाई के समय तक इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और भी खराब हो रही है।
नहरों की साफ सफाई न होने और सिंचाई विभाग की लापरवाही से किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। नहरों में पानी की कमी के कारण किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई करने के लिए अन्य साधनों पर निर्भर रहना पड़ रहा है, जिससे उनकी लागत बढ़ रही है। इससे किसानों की आमदनी कम हो रही है और उनकी आर्थिक स्थिति और भी खराब हो रही है।
किसानों का कहना है कि नहरों में पानी की कमी के कारण उनकी फसलें प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द नहरों में पानी की आपूर्ति करें और सिंचाई विभाग की लापरवाही के लिए कार्रवाई करें। किसानों की मांग है कि नहरों की साफ सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जाए और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाए।
इस मामले में स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि नहरों में पानी की कमी के कारण किसानों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारी नहरों की साफ सफाई के लिए काम कर रहे हैं और जल्द ही नहरों में पानी की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
लेकिन किसानों का कहना है कि नहरों में पानी की कमी के कारण उनकी फसलें प्रभावित हो रही हैं और उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द नहरों में पानी की आपूर्ति करें और सिंचाई विभाग की लापरवाही के लिए कार्रवाई करें।

