देश में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में तेजी आ गयी है. अब तक JN.1 के म्यूटेशन वाले वेरिएंट NB.1.8.1 और NF.7 के संक्रमण को लेकर एक्सपर्ट ज्यादा चिंता नहीं जता रहे थे. हालांकि इसके तेजी से फैलने की क्षमता ने जरूर हाई अलर्ट वाली स्थिति ला दी है. लेकिन अब एक और नया वेरिएंट भारत में आ चुका है, जिससे हालात के गंभीर होने की संभावना बढ़ गयी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक्टिव मामलों की संख्या 6,491 तक पहुंच गई है. यह बढ़ोत्तरी तब सामने आई है जब कुछ राज्यों में एक नया वेरिएंट XFG पहचान में आया है. इस वेरिएंट की पहचान सबसे पहले कनाडा में हुई थी. यह कितना खतरनाक साबित हो सकता है, चलिए समझते हैं-
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क्या है XFG वेरिएंट
XFG वेरिएंट ओमिक्रॉन का नया उप-प्रकार है. द लेंसेट जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, यह वेरिएंट LF.7 और LP.8.1.2 से पैदा हुआ है. इसमें चार प्रमुख म्यूटेशन (His445Arg, Asn487Asp, Gln493Glu, Thr572Ile) हैं, जो इसे तेजी से फैलने में मदद करते हैं.
XFG वेरिएंट के मामले कहां-कहां मिले?
INSACOG (इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम) के अनुसार, देशभर में अब तक 163 मामले XFG वेरिएंट के पाए गए हैं. इनमें सबसे अधिक 89 मामले महाराष्ट्र से हैं, इसके बाद तमिलनाडु (16), केरल (15) और गुजरात (11) से हैं. वहीं, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल से 6-6 मामले सामने आए हैं.
कितना खतरनाक है XFG
कोविड-19 का सामने आया नया वेरिएंट XFG इम्यूनिटी को चकमा देने में माहिर है. इसका मतलब यह है कि ये वेरिएंट उन लोगों को भी अपना शिकार बना सकता है, जिनकी इम्यूनिटी स्ट्रांग है. इससे देश में कोविड इंफेक्शन के मामलों में तेजी नजर आ सकती है.
देशभर की स्थिति
केरल के बाद महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और हरियाणा में भी एक्टिव मामलों की संख्या अधिक है. हालांकि पिछले 24 घंटों में कोई नई मौत दर्ज नहीं की गई है, लेकिन 1 जनवरी 2025 से अब तक कुल 65 लोगों की मौत कोविड से हो चुकी है. इन मौतों की जानकारी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, गुजरात और दिल्ली से मिली है.
एक्सपर्ट की राय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि नए वेरिएंट की वजह से संक्रमण तेजी से फैल सकता है. हालांकि अब तक स्थिति कंट्रोल में है, लेकिन सतर्कता जरूरी है. सरकार और स्वास्थ्य विभाग की सलाहों का पालन करके ही इस संक्रमण को रोका जा सकता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.