Neeraj Chopra Wins Gold: गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा ने इतिहास रचते हुए ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक स्पर्धा में 85.29 मीटर के सबसे बेहतरीन थ्रो के साथ एक और गोल्ड मेडल भारत की झोली में डाल दिया है. भारतीय टीम को लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मिली हार के चंद मिनट बाद ही नीरज चोपड़ा ने यह खुशी देशवासियों के नाम की है.
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स में खेला गया. हालांकि यहां भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा लेकिन यहां से लगभग 2000 किलोमीटर दूर ओस्ट्रावा में नीरज चोपड़ा ने अपने सभी विपक्षियों को पछाड़ते हुए सबसे लंबा थ्रो फेंका और गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया.
ओलंपिक में दो बार मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा की शुरुआत फाउल थ्रो के साथ हुई थी. उन्होंने इसके बाद 83.45 मीटर का थ्रो फेंका और फिर थ्रो को आगे बढ़ाया जिससे उन्हें बढ़त हासिल करने में मदद मिली. उनका चौथा पांचवां और छठा थ्रो क्रमशः 82.17 मीटर, 81.01 मीटर और फाउल था.
नीरज चोपड़ा ने तीसरे राउंड में 85.29 मीटर का थ्रो किया, नीरज चोपड़ा के इस थ्रो को कोई दूसरी एथलीट पार नहीं कर पाया. उनके सबसे करीबी खिलाड़ी की बात करें तो साउथ अफ्रीका के डोव स्मिट ने दूसरे राउंड में 84.12 मीटर का भाला फेंका, जो छह राउंड में उनका सबसे बेहतरीन प्रदर्शन था. वही दूसरे नंबर पर भी रहे. इसके अलावा ग्रेनेडा के पीटर एंडर्सन 83.63 मीटर के साथ तीसरे नंबर पर रहे. पीटर एंडर्सन का यह छह राउंड में उनका बेस्ट परफॉर्मेंस रहा.
इससे पहले नीरज चोपड़ा ने 2018 में IAAF कॉन्टिनेंटल कप में ओस्ट्रावा में हिस्सा लिया था. तब वो छठें नंबर पर आए थे. 2018 में नीरज चोपाड़ा ने 80.24 मीटर थ्रो फेंकी थी लेकिन ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक में उन्होंने पहली बार हिस्सा लिया और पहली बार में इतिहास रचते हुए गोल्ड मेडल हासिल कर लिया.
हालांकि इस खुशी के बीच कहीं ना कहीं उनके मन में मलाल जरूर होगा, क्योंकि यह विश्व चैंपियन खिलाड़ी 90 मीटर तक थ्रो कर चुका है. उन्होंने डायमंड लीग ओपनर में 90.23 मीटर की थ्रो फेंककर पहली बार 90 के आंकड़े को छुआ था.