अयोध्या: ना 24 और ना 26.. 25 नवंबर को ही राम मंदिर में क्यों हो रहा ध्वजारोहण?
अयोध्या में 25 नवंबर को एक ऐतिहासिक कार्य होने जा रहा है, जिसके लिए खास तैयारियां चल रही हैं। अयोध्या में यह पहली बार होगा, जब राम जन्मभूमि परिसर में बने भव्य राम मंदिर में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिखर पर धर्म ध्वज की स्थापना 25 नवंबर दिन मंगलवार को करेंगे। हर राम भक्त के मन में यह सवाल है कि आखिर 25 नवंबर को ऐसा क्या है कि इसी दिन यह शुभ घड़ी आई है। इस दिन का क्या महत्व है? 22, 23 अथवा 24 तारीख क्यों नहीं रखा गया।
दरअसल 25 नवंबर का दिन बेहद खास है। धार्मिक दृष्टि से यह दिन बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि ज्योतिष गणना के अनुसार, इस दिन विवाह पंचमी है और इसी दिन त्रेतायुग में प्रभु राम और माता जानकी का विवाह हुआ था। इस दिन किया गया कार्य शुभ माना जाता है। अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि 25 नवंबर का दिन मंगलवार पढ़ रहा है और इस दिन चंद्रमा भी मकर राशि में विद्यमान है।
मंगलवार दिन होने की वजह से हनुमान जी महाराज की भी विशेष कृपा इस दिन पर रहेगी। ऐसी स्थिति में इस दिन कई शुभ योग का निर्माण भी हो रहा है। जिस समय प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 11:45 से लेकर 12:29 के बीच राम मंदिर के शिखर पर ध्वज की स्थापना करेंगे, वह मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त है और भगवान राम का जन्म भी दोपहर में अभिजीत मुहूर्त में ही हुआ था। यही वजह है कि यह दिन बेहद खास और ऐतिहासिक दिन है।
वैदिक आचार्य विद्वान और ज्योतिषाचार्य ने इस शुभ दिन को ऐसे ही नहीं चुना। इसके लिए बहुत अध्ययन किया गया, जिसके बाद इस दिन को सर्वोत्तम दिन माना गया। 25 नवंबर को मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है, जिसे पूरे भारत में विवाह पंचमी के रूप में जाना जाता है। इस पावन तिथि पर त्रेतायुग में भगवान श्री राम और माता जानकी का विवाह भी हुआ था।
5 साल में विशालकाय मंदिर तैयार
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम ने बताया कि 5 वर्ष के लंबे संघर्ष के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के जन्म स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण पूरा हो गया है। 5 अगस्त साल 2020 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के लिए शिलान्यास किया था। उसी के साथ मंदिर निर्माण का कार्य आरंभ हुआ था। 5 वर्ष में एक विशालकाय मंदिर बनकर तैयार हो गया है।
उन्होंने कहा कि 25 नवंबर दिन मंगलवार मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम की शुभ विवाह के शुभ अवसर पर मंदिर के शिखर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धर्म ध्वज की स्थापना करेंगे। यह अत्यंत शुभता का समय है। संपूर्ण सनातनियों के लिए यह अवसर मंगलकारी है, जीवन में ऐसा अवसर अब कभी नहीं आएगा।

