Last Updated:November 18, 2025, 23:27 ISTमुरादाबाद की महिलाएं अब आत्मनिर्भर बनने में जुटी हैं. अलग-अलग समूह बनाकर काम करने वाली ये महिलाएं देवी-देवताओं की खूबसूरत मूर्तियां तैयार कर रही हैं. ये मूर्तियां विभिन्न साइज में बनाई जाती हैं और इनकी अच्छी खासी डिमांड है. समूह के माध्यम से तैयार होने वाली ये मूर्तियां महिलाओं को न सिर्फ आर्थिक लाभ दे रही हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बना रही हैं.मुरादाबाद. मुरादाबाद में महिलाएं अलग-अलग समूह बनाकर विभिन्न काम कर आत्मनिर्भर बन रही हैं. इनमें से एक समूह देवी-देवताओं की मूर्तियां तैयार कर रहा है. ये मूर्तियां अलग-अलग साइज में बनाई जा रही हैं और इनकी अच्छी खासी मांग बाजार में देखने को मिल रही है. समूह के माध्यम से बनाई जा रही इन मूर्तियों से न सिर्फ समूह की सभी महिलाओं को अच्छा मुनाफा हो रहा है, बल्कि अन्य महिलाओं को भी इस कारोबार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है.
10 महिलाओं का है समूहसमूह की अध्यक्ष तान्या प्रजापति ने बताया कि “अर्जिता स्वयं सहायता समूह” के नाम से हमारा समूह काम कर रहा है. समूह में 10 महिलाएं जुड़ी हुई हैं और सभी मिलकर मूर्तियां बनाने का काम करती हैं. इस समूह में लक्ष्मी, गणेश, कृष्ण-कन्हैया, राधा सहित सभी देवी-देवताओं की मूर्तियां तैयार की जाती हैं. मौसम और सीजन के हिसाब से डिमांड देखकर सीजनल मूर्तियां भी बनाई जाती हैं. ये मूर्तियां ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मीशो और ऑफलाइन दोनों जगह बिक्री के लिए उपलब्ध कराई जाती हैं.
अच्छा हो रहा मुनाफाये मूर्तियां पीओपी (प्लास्टर ऑफ पेरिस) से बनाई जाती हैं और इससे महिलाओं को अच्छा मुनाफा होता है. प्रत्येक महिला इस काम से आसानी से 8,000 से 10,000 रुपए कमा लेती है. समूह ने हाल ही में ऑनलाइन मूर्ति सेल शुरू की है, जबकि अधिकतर बिक्री ऑफलाइन होती है. उनकी मूर्तियों की डिमांड पूरे उत्तर प्रदेश में है, विशेषकर अयोध्या और बनारस से मुरादाबाद मंडल में भी इनकी खूब बिक्री हो रही है.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Moradabad,Uttar PradeshFirst Published :November 18, 2025, 23:27 ISThomeuttar-pradeshपीओपी की मूर्तियों से घर-घर पहुंच रही सफलता, मुरादाबाद की महिलाओं का कमाल
