जून 1 को एसटीएफ ने संतोष कुमार को गिरफ्तार किया, जिन्हें प्रसिद्ध दवा कंपनियों के वास्तविक पैकेजिंग, बाहरी बॉक्स, लेबल और QR कोड के नकली कवर के साथ पाया गया। देहरादून के सेलाकुई पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया और जांच को बाद में एसटीएफ को स्थानांतरित कर दिया गया। संतोष कुमार की गिरफ्तारी के बाद कई अन्य महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां हुईं, जिनमें नवीन बंसल, आदित्य कला, देवी दयाल गुप्ता, पंकज शर्मा और विजय कुमार पांडे शामिल थे।
जांच के दौरान पता चला कि केरॉन लाइफ साइंस प्राइवेट लिमिटेड, बीएलबीके फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड, ऑक्सी फार्मा प्राइवेट लिमिटेड और जेंटिक फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड ने उचित लाइसेंस के बिना बड़ी मात्रा में दवाएं बनाईं। इन दवाओं को नवीन बंसल की कल्पना कंपनी बीचम बायोटेक को बेचा गया, जो भिवाड़ी राजस्थान में स्थित है। एसटीएफ ने यह भी पाया कि सरकारी आपूर्ति को झूठा दिखाने के लिए दवा के बिलों पर एमआरपी “00.00” का चिह्न लगाया गया था। नवीन बंसल ने इन अनलेबल दवाओं को ब्रांडेड कंपनी के नाम से पैक किया और उन्हें खुले बाजार में वितरित किया।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 के दौरान अवैध दवा खरीद और आपूर्ति कई बार हुई थी, जिससे यह अपराधी संचालन की बड़ी स्केल का पता चलता है।