Last Updated:June 29, 2025, 10:57 ISTMuzaffarnagar News: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर इस बार भी दुकानों में नेम प्लेट लगाने और मांस-मदिरा प्रतिबंधित करने के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद मुजफ्फरनगर के एक ढाबे में विवाद खड़ा हो …और पढ़ेंकांवड़ यात्रा 2025.मुजफ्फरनगरः पश्चिम यूपी का मुजफ्फरनगर एक बार फिर नेमप्लेट विवाद को लेकर सुर्खियों में है. शनिवार को मुजफ्फरनगर के पंडित जी वैष्णो ढाबा के नाम को लेकर विवाद हो गया. इलाके के स्वामी यशवीर महाराज की टीम इस में ढाबे पहुंची और दावा किया कि यहां इस ढाबे का नाम पंडित जी वैष्णो ढाबा है, लेकिन इस ढाबे के मालिक मुसलमान है. आरोप है कि इस टीम ने यहां पहुंचकर काम करने वाले एक मुस्लिम कर्मचारी के साथ मारपीट की और एक कर्मचारी की पेंट खोलने की कोशिश की.
न्यूज़ 18 इंडिया मुजफ्फरनगर की टीम उसी वैष्णो ढाबे पर पहुंची. यहां काम करने वाले मुस्लिम कर्मचारी सनोवर राठौर ने बताया कि वो यहां पिछले कई साल काम करते हैं. ये ज़मीन उनकी खाला के बेटे की है, जिसे उन्होंने किसी दीक्षा शर्मा को किराए पर दिया हुआ है. सनोवर ने बताया कि वो यहां गाड़ियों को रोकने का काम करते हैं. यहां काम करने वाले मुस्लिम कर्मचारी सनोवर राठौर ने बताया कि ये जगह मेरे खाला के बेटे की है, जिसे किराए पर इस ढाबे की मालिक दीक्षा शर्मा को दिया गया और मैनेजर यहां धर्मेंद्र शर्मा हैं. मेरा काम यहां पर गाड़ियों को रोकने का है. इस ढाबे का रजिस्ट्रेशन दीक्षा शर्मा के नाम है.
उन्होंने बताया कि अगर हमें मना किया जाएगा तो हम घर चले जाएंगे. यशवीर महाराज के साथ डेढ़ सौ के करीब लोग आए और उन्होंने यहां हंगामा किया. एक शख्स की पेंट खोली, लेकिन वो हिंदू निकला. मुझे यहां देखरेख के लिए रखा हुआ है. हर आठ दिन में मैडम आती है. पिछले साल भी मेरा नाम आया था. एक बोर्ड पर मेरा भी नाम लिखा हुआ था. इसलिए मेरे साथ बदतमीजी की गई. यहां अल्टीमेटम दिया गया है और कहा गया है या तो इसे बंद करिए या मालिक यहां बैठे. यहां सभी स्टाफ हिन्दू हैं लेकिन मैं मुसलमान हूं. मेरा काम गाड़ियों को रोकना और सामान आदि लाने का काम है. खाना सब हिन्दू बनाते हैं. हम पुलिस से सुरक्षा की मांग करते हैं.
इस ढाबे पर किचेन में काम करने वाली महिला अनीता ने बताया कि यहां कल बहुत हंगामा हुआ था और कहा गया कि इसे खाली करो. मुझे 2 साल यहां पर काम करते हुए हो गए हैं. यहां की मलिक दीक्षा शर्मा है. उनके नीचे हम काम कर रहे हैं. यह यहां पर नौकर हैं गाड़ी रोकने का काम करते हैं. यहां काम करने वाले गोपाल ने बताया कि मेरी पेंट खोलने की कोशिश की गई, लेकिन मैंने खोलने नहीं दी. गोपाल ने बताया कि मैं बीमार रहता हूं. यहां ये भी बताया कि एक क्यूआर कोड यहां था जिसपर सर्च करने पर मुस्लिम का नाम आया, जिसे फिलहाल मिटा दिया गया, लेकिन उसमें कोई पैसा नहीं जाता था. काउंटर पर रखे दो ऑनलाइन पेमेंट क्यूआर कोड सर्च करने पर अनीता और सुनील शर्मा के नाम सामने आया है.
क्या बोले ढाबे के मैनेजरवहीं इस ढाबे के मैनेजर धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि यह जगह मुसलमान की है, लेकिन एक हमारी मैडम है, उन्होंने लीज पर लेकर मुझे यहां पर रखा है. मैडम ने मुझे जिम्मेदारी दी है कि यहां पर कोई कारीगर गलत नहीं होगा. यह होटल पूरी तरह से शाकाहारी है. हमारे पास सात-आठ आदमी हैं, जिसमें एक या दो मुसलमान हैं, बाकी सब हिंदू हैं. मुस्लिम कर्मचारी यहां पर खाना नहीं बनाते. अगर खोखे वाले और झंडी उठाने वाले से भी दिक्कत होगी, तो हम मुस्लिम कर्मचारियों को आने से मना कर देंगे.Location :Muzaffarnagar,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshमुजफ्फरनगर में क्या वाकई हिंदू नाम से ढाबा चला रहा मुस्लिम? जानिए हकीकत