2017 में मथुरा, वृंदावन क्षेत्र को नगर निगम बनाया गया तो क्षेत्र के लोगों में उम्मीद जगी कि यहां अब कुछ बेहतर होगा, लेकिन अभी तक हालातों में कोई सुधार नहीं हुआ. जबकि शहर में जगह-जगह पड़े कूड़े के ढेर नगर निगम की उदासीनता को दर्शा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर यमुना शुद्धिकरण की दुहाई देने वाले जनप्रतिनिधि और सरकारी नुमाइंदे भी अपनी आंखें बंद किए हुए हैं.
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बिहार चुनाव अभियान में ईसीआई ने 100 करोड़ से अधिक की नकदी, शराब और नशीली दवाओं को जब्त किया
नई दिल्ली: भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने बिहार विधानसभा चुनावों को मुक्त, निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए…

