2017 में मथुरा, वृंदावन क्षेत्र को नगर निगम बनाया गया तो क्षेत्र के लोगों में उम्मीद जगी कि यहां अब कुछ बेहतर होगा, लेकिन अभी तक हालातों में कोई सुधार नहीं हुआ. जबकि शहर में जगह-जगह पड़े कूड़े के ढेर नगर निगम की उदासीनता को दर्शा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर यमुना शुद्धिकरण की दुहाई देने वाले जनप्रतिनिधि और सरकारी नुमाइंदे भी अपनी आंखें बंद किए हुए हैं.
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TMC for door-to-door scrutiny after 45,000 voters deleted from Mamata’s assembly seat
KOLKATA: The TMC leadership has decided to instruct its booth-level agents to carry out fresh, door-to-door scrutiny of…

