Most Unlucky Cricketer: किसी क्रिकेटर के लिए 8 साल बाद वापसी करना काफी चुनौतीपूर्ण होता है. इस दौरान कई सारी चीजें बदल जाती हैं. यहां तक कि खेल के प्रति लगाव में भी उतार-चढ़ाव हो जाता है. भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के दौरान एक नहीं बल्कि 2 खिलाड़ियों ने आठ साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की. भारत के लिए करुण नायर को तो इंग्लैंड के लियाम डॉसन को मौका मिला गया. दोनों का कमबैक के बाद सफर कुछ एक जैसा ही हो गया.
नायर हुए थे बुरी तरह फेल
करुण नायर 2017 के बाद भारतीय टीम में लौटे थे. डोमेस्टिक क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने के बाद उनकी वापसी हुई. रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास लेने के बाद उनकी किस्मत खुली. नायर को भारतीय टीम मैनेजमेंट ने शुरुआती तीन टेस्ट मैचों में मौका दिया. वह बुरी तरह नाकाम रहे और 6 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए. इसके बाद उन्हें चौथे टेस्ट की प्लेइंग-11 से बाहर कर दिया.
एक मैच में बना गजब संयोग
संयोग से जिस चौथे टेस्ट की प्लेइंग-11 से करुण नायर को बाहर किया गया था उसी मैच में एक खिलाड़ी ने 8 साल बाद कमबैक किया. ये इंग्लैंड के लियाम डॉसन थे. डॉसन का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. वह पहली पारी में सिर्फ एक ही विकेट ले पाए. इसके बाद बल्लेबाजी करने आए तो 26 रनों का योगदान दिया. दूसरी पारी में डॉसन को एक भी सफलता नहीं मिली और उन्हें टीम से बाहर कर दिया. उनकी किस्मत तो करुण नायर से भी ज्यादा खराब रही. नायर को 3 मैचों में मौका मिला, लेकिन डॉसन सिर्फ 1 ही मुकाबले में उतर पाए. वह 35 साल के हैं और अब उनका टीम में वापसी कर पाना कठिन होगा. उन्हें संन्यास ही लेना पड़ सकता है.
बेन स्टोक्स बाहर
सीरीज दांव पर होने के कारण भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ ओवल में होने वाले पांचवें टेस्ट के लिए इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने अपनी प्लेइंग इलेवन में चार बड़े बदलाव किए हैं. सबसे बड़ी खबर बेन स्टोक्स का बाहर होना है. सीरीज के निर्णायक मैच में ओली पोप मेजबान टीम की कप्तानी करेंगे. 31 जुलाई से सीरीज का पांचवां और आखिरी मैच खेला जाएगा. इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे है.
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प्लेइंग इलेवन में बदलाव
स्टोक्स की जगह जैकब बेथेल को टीम में शामिल किया गया है, जिन्होंने पिछले साल न्यूजीलैंड दौरे पर अपने डेब्यू में प्रभावित किया था. मेजबान टीम ने कोई विशेषज्ञ स्पिनर नहीं चुना है. लियाम डॉसन की जगह जेमी ओवर्टन को शामिल किया गया है. इस तरह स्टोक्स की अनुपस्थिति में इंग्लैंड ने चार तेज गेंदबाजों को खिलाया है. स्पिन विभाग की बात करें तो जो रूट और बेथेल दोनों योगदान दे सकते हैं.
जोफ्रा आर्चर को भी किया बाहर
तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को भी लॉर्ड्स में टेस्ट में वापसी करने और दो मैच खेलने के बाद बाहर कर दिया गया है. गस एटकिंसन ने टीम में वापसी की है. ब्रायडन कार्स भी पहले चार मैचों में खेलने के बाद जगह बनाने में नाकाम रहे हैं. तीसरे टेस्ट से बाहर किए जाने के बाद जोश टंग एक बार फिर से वापसी करने में सफल हुए हैं.
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FAQ:
1. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत कब हुई?उत्तर: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत 2019 में हुई. इसका एक चक्र दो सालों का होता है. पहला चक्र 2019 से 2023 तक का था.
2. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अब तक कौन-कौन सी टीम चैंपियन बनी?उत्तर: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अब तक न्यूजीलैंड (2021), ऑस्ट्रेलिया (2023) और साउथ अफ्रीका (2025) की टीमें विजेता बनी हैं.
3. भारत कब-कब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा?उत्तर: भारतीय टीम तीन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के चक्र में दो बार फाइनल में पहुंची. उसे 2021 में न्यूजीलैंड और 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में हार का सामना करना पड़ा.
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