Health

Most people are making huge mistake in the toilet says colorectal surgeon | ज्यादातर लोग टॉयलेट में करते हैं ये बड़ी मिस्टेक, जिसका जीवनभर भुगतना पड़ सकता है खामियाजा!



हममें से ज्यादातर लोग टॉयलेट में अनजाने में ऐसी गलती कर रहे हैं, जो उनकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है. कई बार हम अपनी छोटी-छोटी आदतों को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ये आदतें आगे चलकर कब गंभीर बीमारी की वजह बन जाएं, कहा नहीं जा सकता. मशहूर प्रोक्टोलॉजिस्ट डॉ. इवान गोल्डस्टीन ने चेतावनी दी है कि टॉयलेट पेपर और वेट वाइप्स का अधिक इस्तेमाल आपके शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है.
डॉ. इवान के अनुसार, यह आदत स्किन इर्रिटेशन, इंफेक्शन और यहां तक कि बवासीर और फिशर जैसी बीमारियों को जन्म दे सकती है. उन्होंने बताया कि प्राइवेट प्रार्ट के आसपास की स्किन बहुत ही सेंसिटिव होती है और बार-बार रगड़ने से यह छोटे-छोटे कट और जलन का कारण बन सकती है.
डॉ. इवान ने वेट वाइप्स को लेकर उन्होंने और भी बड़ी चिंता जताई है. उनका कहना है कि लोग वेट वाइप्स को ज्यादा साफ-सफाई के लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह न सिर्फ पर्यावरण के लिए खतरनाक हैं, बल्कि आपकी स्किन के लिए भी बेहद नुकसानदायक हैं. उनका कहना है कि हर हफ्ते उनके क्लिनिक में आने वाले मरीजों में से एक तिहाई लोग वेट वाइप्स से होने वाली समस्याओं से जूझ रहे होते हैं.
वेट वाइप्स कैसे आपकी हेल्थ को नुकसान पहुंचाते हैं?वेट वाइप्स में मौजूद केमिकल्स और खुशबू शरीर के नेचुरल बैक्टीरिया बैलेंस को बिगाड़ सकते हैं, जिससे इंफेक्शन और एलर्जी हो सकती है. इसके अलावा, ज्यादा वेट वाइप्स रगड़ने से प्राइवेट पार्ट की स्किन में दरारें और बवासीर जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. वहीं, ज्यादा वाइपिंग से स्किन पर जलन, खुजली और सूजन की समस्या हो सकती है.
अन्य उपाय क्या?* बिडेट का इस्तेमाल करें: डॉ. इवान के अनुसार, टॉयलेट पेपर और वेट वाइप्स से बेहतर है कि आप बिडेट का उपयोग करें. यह हल्के पानी के स्प्रे से सफाई करता है और स्किन को सुरक्षित रखता है.* शॉवर से हल्की सफाई करें: अगर बिडेट उपलब्ध नहीं है, तो टॉयलेट के बाद हल्का पानी छिड़ककर धोना सबसे अच्छा उपाय है.* टॉयलेट पेपर का सही इस्तेमाल: अगर टॉयलेट पेपर का उपयोग करना ही है, तो तेज रगड़ने की बजाय हल्के हाथों से ब्लॉट करें.* खुशबूदार वाइप्स से बचें: अगर वेट वाइप्स का इस्तेमाल कर भी रहे हैं, तो ऐसे ब्रांड चुनें जो बिना किसी हानिकारक केमिकल्स, पैराबेन्स और खुशबू के हों.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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