Most Dangerous Bowler In The History Of Cricket: 1970 और 1980 के दशक में वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों तूती वर्ल्ड कप में बोलती थी. एक से बढ़कर एक दिग्गज उस टीम में थे. क्लाइव लॉयड, विवियन रिचर्ड्स, मैल्कम मार्शल, एंडी रॉबर्ट्स और जोएल गार्नर जैसे खिलाड़ियों ने विंडीज की टीम को अजेय बना दिया. यहां तक कि 1975 और 1979 वनडे वर्ल्ड कप में इसी टीम ने बाजी मारी थी. टेस्ट हो या वनडे, हर फॉर्मेट के लिए उस समय वेस्टइंडीज के पास घातक खिलाड़ी थे. इनमें एंडी रॉबर्ट्स (Sir Andy Roberts) का अलग ही रुतबा था.
सबसे खूंखार चौकड़ी के सदस्य
एंडी रॉबर्ट्स वेस्टइंडीज की मशहूर फास्ट बॉलिंग चौकड़ी के अहम सदस्य थे. उनके साथ तूफानी गेंदबाज मैल्कम मार्श, जोएल गार्नर और कॉलिन क्रॉफ्ट थे. इस चौकड़ी ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई थी. किसी भी टीम को इन्होंने नहीं बख्शा था. दर्जनों बल्लेबाजों को घायल किया और अपनी बॉलिंग से आतंकित किया. एंडी रॉबर्ट्स को तो ‘मॉडर्न फास्ट का पिता’ और ‘वेस्टइंडीज की पेस बॉलिंग का दादा’ (The Grandfather of West Indies Pace Bowling) कहा जाता है.
बल्लेबाज की चली जाती जान
भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी उनसे सबसे बेहतर फास्ट बॉलर मानते हैं. रॉबर्ट्स (Sir Andy Roberts Profile) ने अपने खतरनाक बाउंसर से कई बल्लेबाजों का खून निकाला है. उन्होंने 1977-78 में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज पीटर टूही की लगभग जान ले ली थी. टूही उनके बाउंसर को हुक करना चाहते थे. गेंद उनके माथे पल जाकर लगी थी. वह शॉट नहीं खेल पाए थे. नाक के ठीक ऊपर गेंद लगने से वह मैदान पर ही गिर गए थे. ऑस्ट्रेलियाई टीम हताश हो गई. बल्लेबाजों के अंदर डर समा गया. उन्हें दर्शक दीर्घा में बैठे फैंस पवेलियन लौट जाने के लिए कह रहे थे. इस दौरान फैंस से लेकर कंगारू बल्लेबाज तक डर गए थे, लेकिन एंडी रॉबर्ट्स को कोई फर्क नहीं पड़ा. वह पहले से ज्यादा खूंखार लग रहे थे.
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बाउंसर सबसे घातक हथियार
रॉबर्ट्स का बाउंसर उनका सबसे घातक हथिया था. वह दो तरह से इसे कर सकते थे. एक बाउंसर काफी धीमा होता था. इसे बल्लेबाज आसानी खेल जाते थे, लेकिन दूसरा बाउंसर जानलेवा होता था. वह पहले स्लो बाउंसर फेंककर बल्लेबाजों को अपनी जाल में फंसाते थे और अगली ही बॉल पर डरा देते थे. इस तरह रॉबर्ट्स विपक्षी टीम को धोखा देते थे और उनके खिलाड़ियों को जल्दी आउट कर देते थे.
47 टेस्ट और 56 वनडे में खेले रॉबर्ट्स
एंटीगुआ में 29 जनवरी 1951 को पैदा हुए रॉबर्ट्स (Andy Roberts – Cricket Player West Indies) ने लगातार तीन वनडे वर्ल्ड कप खेले. 1975 और 1979 में तो उनकी टीम चैंपियन बनी थी, लेकिन 1983 में वेस्टइंडीज को भारत ने हरा दिया था. 1972 में इंग्लैंड पहुंचकर उन्होंने हैम्पशायर काउंटी क्रिकेट क्लब और फिर बाद में लीसेस्टरशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला. 2009 में रॉबर्ट्स को ICC क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया. उन्होंने 47 टेस्ट मैचों में 202 और 56 वनडे मुकाबलों में 87 विकेट लिए.
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इमरान खान ने बताया था सबसे ज्यादा भयानक
रॉबर्ट्स के हिसाब से उन्होंने अब तक का सबसे बेहतरीन स्पेल 1976 में इंग्लैंड दौरे में हेडिंग्ले टेस्ट के दौरान फेंका था. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था. ”मुझे केवल तीन विकेट मिले, लेकिन मेरे दिमाग में एक फैसला मेरे खिलाफ था. यह पीटर विली के खिलाफ एलबीडब्ल्यू का फैसला था. अगर अंपायर ने मुझे फैसला दिया होता तो मैं उस दोपहर इंग्लैंड को आउट कर देता.” टेस्ट में शानदार रिकॉर्ड के बावजूद उनका अंतरराष्ट्रीय करियर अपेक्षाकृत छोटा था. यह 1974 में शुरू होकर 1983 में समाप्त हो गया. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान ने एक बार एंडी रॉबर्ट्स द्वारा फेंकी गई गेंद को सबसे तेज और सबसे भयानक बताया था जिसका उन्होंने कभी सामना किया था.