Last Updated:July 03, 2025, 17:49 ISTमऊ उपचुनाव को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. एक ओर जहां ओम प्रकाश राजभर इसी सीट पर चुनाव लड़ने की दम भर रहे हैं, तो वहीं बीजेपी अपना दावा ठोक रही है. हाइलाइट्समऊ उपचुनाव को लेकर सरगर्मी तेजओम प्रकाश राजभर पर बीजेपी जिलाध्यक्ष ने कहा तंजजिलाध्यक्ष ने बोला टिकट तय करने वाले राजभर कौन ?मऊ- माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के सजायाफ्ता के बाद खाली हुई मऊ सदर विधानसभा पर चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. जहां एक ओर चौक-चौराहों पर इस बात की चर्चा हो रही है कि इस चुनाव में अंसारी परिवार के किस व्यक्ति का राजनीतिक डेब्यू होगा, तो वहीं NDA में आपस में ही इस सीट को लेकर रार शुरू हो गई है. एक ओर ओम प्रकाश राजभर उस दिन से मऊ उपचुनाव लड़ने का दम भर रहे हैं. जब से अब्बास अंसारी को हेट स्पीच के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद ये सीट खाली हुई है.
हालांकि अभी चुनाव आयोग की तरह से इस सीट पर उपचुनाव को लेकर कोई ऑफिशियल घोषणा नहीं हुई है. लेकिन क्षेत्र में चुनावी मोड ऑन है. चाय की दुकान से लेकर गांव के दलान तक ये बात जोर-शोर से हो रही है कि क्या इस सीट पर बीजेपी अपने सिंबल पर अपना प्रत्याशी उतारेगी या फिर सुभासपा को ये सीट देगी. फिलहाल चर्चाओं का बाजार गरम है.
पहले जहां ओम प्रकाश राजभर ने इस सीट से बृजेश सिंह को चुनाव लड़ाने की बात कहकर पूर्वांचल की राजनीति में सनसनी फैला दिए थे, तो अब वहीं बीजेपी के मऊ जिला अध्यक्ष रामाश्रय मौर्य ने ये कहकर अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश की है कि ओमप्रकाश राजभर के कहने से किसी को टिकट नहीं मिल जाएगा. वहीं जिला अध्यक्ष ने आगे कहा कि NDA गठबंधन में किसी एक व्यक्ति के कहने पर प्रत्याशी घोषित नहीं होते हैं. यहां एक प्रोटोकॉल है. जिसको फॉलो करने के बाद ही प्रत्याशी का चयन होगा. इसके लिए सभी दलों की बैठक होगी. वहां निर्णय लिया जाएगा कि कौन इस सीट से चुनाव लड़ेगा.
वहीं बीजेपी जिला अध्यक्ष के इस बयान के बाद ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के कार्यकर्ताओं को धक्का लगा है. बीजेपी के नेता अंदर खाने इस बात को भी उछाल रहे हैं कि ओम प्रकाश राजभर अपने बेटे अरविंद राजभर को सेट करना चाहते हैं, जिन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में घोसी सीट से बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. पार्टी ये मैसेज देने की कोशिश कर रही है कि लोकसभा हारने के बाद पार्टी मऊ सीट को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है.
भाजपा इस सीट को हर हाल में जीतना चाहती है. बीजेपी का मानना है कि इस सीट पर दशकों से बाहुबली मुख्तार अंसारी और उसके परिवार का कब्जा रहा है. ऐसे में बीजेपी इस सीट को अंसारी परिवार से हर हाल में छिनकर अपनी छोली में डालना चाहती है और 2027 के चुनाव से पहले एक मैसेज भी कन्वे करना चाहती है. पूर्वांचल में बाहुबलियों का जो दौर था अब वह खत्म होने के कगार पर है.Location :Mau,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshमऊ उपचुनाव से पहले ‘पियरका चाचा’ को लगा धक्का, BJP नेता के दावे से अगल-थलग पड़