उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में राशन वितरण में अनियमितता का मामला सामने आया है. मुहम्मदाबाद गोहना तहसील क्षेत्र के भाटीकला गांव में कोटे की दुकान पर राशन लेने दर्जनों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे. लेकिन खाद्यान्न न मिलने पर राशन कार्ड धारकों ने कोटेदार पर राशन वितरण में अनियमितता का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करने लगे.
ग्रामीणों का आरोप है कि कोटेदार रामनारायण सरोज द्वारा प्रत्येक महीने में अंगूठा लगाया जाता है, लेकिन राशन नहीं दिया जाता है. कई महीनों से उन्हें राशन नहीं मिला है, जिससे अब काफी परेशानी हो रही है. अनुज यादव ने बताया कि कोटेदार रामनारायण सरोज द्वारा प्रत्येक महीने में अंगूठा लगाया जाता है, लेकिन राशन नहीं दिया जाता है. उन्हें 5 महीने से राशन नहीं मिला है, जिससे अब काफी परेशानी हो रही है. जिसको लेकर आज कोटेदार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है.
भीम यादव ने बताया कि कई महीनों से कोटेदार द्वारा राशन नहीं दिया जा रहा है. फोन करने पर फोन नहीं उठाते हैं. घर आने पर पता चलता है घर नहीं है अंगूठा तो लगवा लेते हैं, लेकिन राशन देने की जब बारी आती है तो घर छोड़कर फरार हो जाते हैं. राशन कार्ड धारक दीपक ने बताया कि उन लोगों का कोटेदार द्वारा अंगूठा लगवा लिया जाता है, तथा पर्ची देकर घर भेज दिया जाता है. कालाबाजारी करने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप.
कोटेदार के यहां राशन लेने आई महिला सुमन ने बताया कि कई महीनों से उन्हें भी राशन नहीं मिला है. प्रत्येक महीने में अंगूठा तो लगाया जाता है, लेकिन राशन नहीं मिलता है. उन्होंने कोटेदार पर गंभीर आरोप लगाया कि राशन की गाड़ी उनके घर से होकर आती है, लेकिन राशन पर्याप्त मात्रा में नहीं आते देखा जाता है। जिससे यह साबित होता है कि कोटेदार द्वारा बाहर से ही राशन का कालाबाजारी कर दिया जा रहा है इस वजह से घर किसी कार्ड धारक को राशन नहीं दिया जा रहा है. जिस दिन अंगूठा लगाया जाता है, सिर्फ उसे दिन कोटेदार रामनारायण मिलते हैं, बाकी अन्य दिन घर छोड़कर फरार रहते हैं. काफी परेशानियों के बाद आज सभी ग्रामीण इकट्ठा होकर प्रदर्शन करने पर मजबूर हो रहे हैं. यह प्रदर्शन तब तक चलता रहेगा जब तक कोटेदार की अनियमितता की जांच होकर कार्रवाई नहीं की जाती है.
ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित कोटेदार द्वारा हम राशन कार्ड धारकों को लगभग 5-6 माह से अंगूठा लगाने के बाद राशन नहीं दिया जा रहा है. जिससे हम राशन कार्ड धारक भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं। किसी को 2 महीने का, किसी को 5 महीने का, किसी को 6 महीने का, तो किसी को 21 महीने का राशन नहीं मिला है। जिसको लेकर भारी संख्या में कोट की दुकान पर राशन कार्ड धारक खाद्यान्न लेने पहुंचे. जहां राशन न देकर कोटेदार अपनी राशन सस्ते गल्ले की दुकान बंद कर फरार हो गया. जिसको लेकर ग्रामीण कोटे की दुकान के सामने प्रदर्शन करने लगे. ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि हम राशन कार्ड धारकों द्वारा अंगूठा लगाने के बाद जब राशन मांगते हैं तो कोटेदार कहता है कि अगले महीने मिलेगा, अगले महीने मिलेगा.