Mobile stress has taken away sleep of Indians people are sleeping less than required sleep quality is also bad | मोबाइल-तनाव ने छिनी भारतीयों की नींद, जरूरत से कम सो रहे लोग, स्लीप क्विलिटी भी खराब

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Mobile stress has taken away sleep of Indians people are sleeping less than required sleep quality is also bad | मोबाइल-तनाव ने छिनी भारतीयों की नींद, जरूरत से कम सो रहे लोग, स्लीप क्विलिटी भी खराब



नींद हमारे जीवन की सबसे कीमती चीज है. कहते हैं, जिसकी नींद उड़ जाए, उसकी जिंदगी में कई समस्याएं आने लगती है. अमीर हो या गरीब सबको नींद की जरूरत होती है. लेकिन आज के डिजिटल युग में हमारी नींद मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की गिरफ्त में आ गई है. मोबाइल फोन की लत ने हमारी रातों की नींद छीन ली है और इसके कारण देश में नींद की समस्या तेजी से बढ़ रही है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत नींद की कमी के मामले में दूसरे नंबर पर है. भारत में औसतन सिर्फ 7 घंटे 1 मिनट की नींद ली जाती है, जबकि वैज्ञानिकों के अनुसार कम से कम 8 घंटे की नींद जरूरी होती है. यह स्थिति न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि मानसिक तनाव और थकान जैसी समस्याओं को भी जन्म दे रही है.
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— Zee News (@ZeeNews) June 10, 2025
मोबाइल की वजह से नींद में बाधा
देश में करीब 88 फीसदी लोग सही से सो नहीं पा रहे हैं. इसका मुख्य कारण मोबाइल और गैजेट्स का लगातार इस्तेमाल बताया जा रहा है. मोबाइल के कारण रात को देर से सोना, बार-बार जागना और पर्याप्त नींद न लेना आम बात हो गई है.
हर 4 में से 1 व्यक्ति को अनिद्रा
एक सर्वे के मुताबिक, 58 फीसदी लोग रात को 11 बजे के बाद सोते हैं और 61 फीसदी को लगातार 6 घंटे से कम नींद मिलती है. हर चार में से एक भारतीय अनिद्रा यानी नींद न आने की समस्या से जूझ रहा है. महिलाओं में नींद की समस्या पुरुषों की तुलना में 9 फीसदी ज्यादा देखी गई है, जिससे महिलाओं में थकान के मामले भी पुरुषों से 20 फीसदी अधिक पाए गए हैं.
स्ट्रेस से नहीं आ रही नींद
इसी सर्वे के अनुसार, 18 से 30 साल के लगभग 48 फीसदी युवा रात को 11 बजे के बाद ही सोते हैं, वहीं 45 से 60 वर्ष के लोग सोशल मीडिया पर नकारात्मक कंटेंट देखते हुए तनावग्रस्त होते हैं. 18 साल से कम उम्र के करीब 48 फीसदी बच्चे भविष्य की चिंता में नींद से वंचित हैं.
नींद की कमी से स्वास्थ्य पर प्रभाव
अच्छी नींद न लेने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे दिल की बीमारी, मोटापा, मानसिक तनाव, याददाश्त कमजोर होना और कई अन्य रोग. इसलिए वैज्ञानिक नींद को सिर्फ आराम नहीं बल्कि एक आवश्यकता मानते हैं.
अच्छी नींद के लिए जरूरी उपाय
अनिद्रा को गंभीर रूप लेने से पहले नींद में सुधार के लिए हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने की आदत डालें. सोने से एक घंटे पहले मोबाइल बंद करें, नींद को प्राथमिकता दें.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.




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