बहराइच: महिलाओं की मेहनत और हुनर अब जिले में अपनी अलग पहचान बना रहा है. बहराइच में महिलाएं लकड़ी के डेकोरेटिव आइटम बनाकर धमाल मचा रही हैं. यहां महिलाएं मोबाइल स्टैंड, बुक स्टैंड, पेन स्टैंड, फ्लावर वास और अन्य सजावटी सामान खुद तैयार कर रही हैं. इन उत्पादों की कीमत 150 रुपए से लेकर हजारों रुपए तक होती है. यह न केवल दिखने में खूबसूरत होते हैं बल्कि टिकाऊ भी होते हैं.
सरकार की योजना ने दिखाई राह! कौशल विकास योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य महिलाओं और युवाओं को उद्योग की जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षण और कौशल प्रदान करना है. इसी योजना का लाभ उठाकर सैकड़ों महिलाएं अब आत्मनिर्भर बन रही हैं और समाज में मिसाल पेश कर रही हैं. यह योजना युवाओं को निःशुल्क अल्पकालिक प्रशिक्षण देती है और कौशल प्रमाणन के लिए नकद पुरस्कार भी प्रदान करती है. इसका लक्ष्य युवाओं की रोजगार क्षमता बढ़ाना और उद्योगों को कुशल कार्यबल उपलब्ध कराना है.
महिलाओं ने बहराइच में गाड़ा सफलता का झंडा! कौशल विकास मिशन से जुड़कर बहराइच की महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं, बल्कि नाम भी कमा रही हैं. बहराइच जिले की पुष्पा देवी लकड़ी के शानदार डेकोरेटिव आइटम बनाकर अच्छी कमाई कर रही हैं. उनके द्वारा बनाए गए उत्पाद न सिर्फ मनमोहक हैं बल्कि टिकाऊ भी हैं और बाजार में इनकी डिमांड काफी है. मोबाइल स्टैंड से लेकर पेन स्टैंड और किताब रखने की अलमारी तक-हर चीज में उनका हुनर झलकता है. अगर आप भी ये खूबसूरत लकड़ी के डेकोरेटिव आइटम खरीदना चाहते हैं तो बहराइच शहर के नोवा हॉस्पिटल के पास कौशल विकास केंद्र पर जाकर इन्हें खरीद सकते हैं।
बहराइच की महिलाओं की इस सफलता का श्रेय कौशल विकास योजना को जाता है, जिसने उन्हें अपने हुनर को पूरी तरह से निखारने का अवसर प्रदान किया है. इस योजना के माध्यम से बहराइच की महिलाएं अब आत्मनिर्भर होकर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधार रही हैं और समाज में एक अच्छी छवि बना रही है.