गेहूं की बुवाई से पहले किसानों को बीज का जमाव चेक करना चाहिए. अगर बीज खराब या संक्रमित होगा, तो पूरी फसल पर असर पड़ सकता है. ऐसे में किसान मिट्टी, बालू और गोबर का ये देसी जुगाड़ ट्राई कर सकते हैं.
गेहूं की बुवाई के लिए नवंबर का यह पहला सप्ताह सबसे अच्छा माना जाता है. कई बार किसान गेहूं की बुवाई कर देते हैं लेकिन जमाव अच्छा नहीं हो पाता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है. नुकसान से बचने के लिए किसान बुवाई करने से पहले बीज का जमाव चेक कर लें.
कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि किसान फसल की बुवाई करते हैं लेकिन कई बार जमाव न अच्छा होने की वजह से किसानों की मेहनत बेकार चली जाती है और किसानों को आर्थिक तौर पर भी नुकसान होता है. बुवाई के दौरान बीज पर किया गया खर्च बेकार चला जाता है. इसलिए, गेहूं की बुवाई करने से पहले किसान बीज का जमाव चेक कर लें.
किसान बीज का जमाव चेक करने के लिए एक तिहाई मिट्टी, एक तिहाई बालू और एक तिहाई गोबर की सड़ी हुई खाद को मिलाकर एक क्यारी या ट्रे में फैला लें. उसके बाद गेहूं के 50 या 100 दानों को गिनकर क्यारी या ट्रे में बुवाई कर दें. 5 से 7 दिन में गेहूं का दाने अंकुरित हो जाएंगे. जिससे किसानों को पता चल जाएगा कि उनके द्वारा बोए हुए बीज में से कितने प्रतिशत दानों का जमाव हुआ है. अगर गेहूं का जमाव 80% होता है तो किसानों को 20% बीज बढ़ा कर बुवाई करनी होगी.
इस उपाय से किसान अपनी फसल की बुवाई से पहले बीज का जमाव चेक कर सकते हैं और अपनी फसल की पैदावार बढ़ा सकते हैं.

